लोकराज डेस्क
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘भारत बचाओ’ रैली के मंच से सभी शीर्ष नेताओं और कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया. उस दौरान सोनिया गांधी ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि हम लोग अपने-अपने घरों से निकले और आंदोलन करें. आज जब मैं अपने अन्नदाता किसान भाइयों की ओर देखती हूं तो मुझे बहुत दुख होता है. उन्हें खाद नहीं मिलती. पानी-बिजली की सुविधाएं नहीं मिलतीं. फसल के उचित दाम नहीं मिलते. ऐसे में सरकार को बताइए कि हम उनके खिलाफ संघर्ष को तैयार हैं कि नहीं.’
उन्होंने कहा, ”मजदूर भाइयों को दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही है. छोटे-बड़े कारोबारी, जिन्होंने बैंकों से लोन लिया है, वो परेशान हैं. हर जगह से छोटे कारोबारियों के आत्महत्या करने की खबरें आ रही हैं. आप बताइए कि हम लोग अपने लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं कि नहीं. मेरी बहनें अपना पेट काटकर परिवार पालती हैं. आज महंगाई से वो त्रस्त हैं.”
सोनिया गांधी ने कहा, ‘आज देश में अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा माहौल है. कहां है, सबका साथ सबका विकास. अर्थव्यवस्था तबाह हो गई. कालाधन कहां गया. इसके लिए कानून बनाया लेकिन कालाधन कहां है. इस बात की जांच होनी चाहिए कि नहीं. कंपनियों को बेचे जाने के खिलाफ जांच होनी चाहिए कि नहीं. आज हमारा पैसा बैंकों में भी सुरक्षित नहीं है, घरों में सुरक्षित नहीं है.’