आगरा : उत्तर प्रदेश में आगरा के एत्मादपुर के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार को एक बस के 30 फुट गहरे झरना नाले में गिरने से उसमें सवार 29 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये हैं।
आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बबलू कुमार ने बताया कि लखनऊ से दिल्ली जा रही बस यमुना एक्सप्रेसवे पर रेलिंग तोड़ते हुए नाले में जा गिरी। इस हादसे में अभी तक एक बच्ची समेत 29 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गये हैं। घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।
एसएसपी ने बताया कि हो सकता है ड्राइवर की आंख लगने की वजह से हादसा हुआ है। फिलहाल बचाव अभियान लगभग पूरा हो चुका है। लोगों के सामान से मृतकों की शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है।
आगरा के जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने भी बताया कि इस हादसे में 29 शवों को निकाला जा चुका है। उन्होंने बताया कि नाले में पानी होने की वजह से मरने वालों की संख्या ज्यादा है।
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश परिवहन की अवध डिपो की बस रविवार रात आलमबाग बस स्टैंड से सवारियां लेकर दिल्ली के लिए निकली थी। लखनऊ एक्सप्रेस वे और इनर रिंग रोड होते हुए तड़के 3:30 बजे करीब बस यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंच गई, जिस पर करीब दो-तीन किलोमीटर चलते ही चालक को झपकी लग गई, जिससे बस अनियंत्रित होकर यमुना एक्सप्रेस वे से 30 फुट गहराई में झरना नाले में जाकर गिर पड़ी । हादसे के समय अधिकतर सवारियां सो रहीं थी। इसलिए किसी को चीखने का भी मौका ना मिला। वहीं पास स्थित गांव के एक व्यक्ति ने हादसे के समय धमाके जैसी जोर की आवाज सुनी तो उसने दौड़कर अन्य ग्रामीणों को बताया, जिसके बाद भारी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया।
उनके अनुसार, बस में से करीब 18 से 20 लोगों को निकालकर बाहर लेटाया गया। तब तक पुलिस पहुंच गई। इसके बाद इनको एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। हादसे के लगभग दो घंटे बाद जेसीबी और क्रेन ने मौके पर पहुंच बस को सीधा किया जिससे बस में फंसे लोगों को निकाला गया, जिनकी सभी की मौत हो चुकी थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही इस भीषण सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को भी राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को मौके पर जाकर घटना की समीक्षा करने और अस्पताल जाकर घायलों से बात करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि घायलों को समुचित इलाज मुहैया कराया जाए।