प्रदीप शर्मा
चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने पश्चिम बंगाल में भयंकर तबाही मचाई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया है कि पश्चिम बंगाल में अभी तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने ऐसी भयानक तबाही कभी नहीं देखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह पश्चिम बंगाल आएं और तबाही का मंजर अपनी आंखों से देखें। ‘अम्फान’ तूफान के चलते राज्य में हजारों घरों को नुकसान पहुंचा है। लगभग छह लाख लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित बचाया गया है।
‘अम्फान’ के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ममता बनर्जी ने कहा, ‘अभी तक पश्चिम बंगाल में 72 लोगों की मौत हो चुकी है। मैंने आज तक ऐसी तबाही नहीं देखी है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करूंगी कि वह बंगाल आएं और हालात देखें। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 2.5 लाख का मुआवजा देने का ऐलान करती हूं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ‘अम्फान’ से प्रभावित राज्यों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट करके बताया, ‘अम्फान के कारण पश्चिम बंगाल में हुई तबाही के विजुअल्स देख रहा हूं। यह काफी कठिन समय है, पूरा देश इस समय पश्चिम बंगाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। राज्य के लोगों की बेहतरी के लिए हम कामना करते हैं। हालात सामान्य करने के प्रयास जारी हैं।’
गृहमंत्री अमित शाह ने ‘अम्फान’ के संदर्भ में ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से फोन पर बात की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैंने ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक जी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जी से चक्रवात से उत्पन्न स्थिति को लेकर बातचीत की और केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। हम चक्रवात अम्फान पर गहरी नजर रख रहे हैं और लगातार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं।’
गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। अमित शाह ने कहा, ‘मैं पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लोगों से घरों के अंदर ही रहने और सभी निर्देशों का पालन करने की अपील करता हूं। मैं सभी की सुरक्षा एवं कल्याण की प्रार्थना कर रहा हूं।’ इस चक्रवात की वजह से पश्चिम बंगाल में 12 लोगों की मौत हुई है और बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान हुआ है। वर्षा और तेज हवाओं ने ओडिशा में फसलों, पेड़-पौधों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है।
भारी बारिश और 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ ‘अम्फान’ बुधवार दोपहर ढाई बजे पश्चिम बंगाल के दीघा तट पर पहुंचा। इसके बाद राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान आया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य सचिवालय से मंगलवार रात से हालात पर नजर रख रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘अम्फान’ का प्रभाव कोरोना वायरस से भी भीषण है। कोलकाता में 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने कारों को पलट दिया। पेड़ और खम्भे उखड़कर गिर जाने से कई अहम रास्ते बाधित हो गए।
कोलकाता और अन्य प्रभावित जिलों के बड़े हिस्सों में बिजली गुल है क्योंकि वहां बिजली के खंभे उखड़ गए। तूफान से एक हजार से ज्यादा मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचने के कारण मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि जान-माल के नुकसान का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि इससे सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों तक पहुंचना अभी संभव नहीं है।
तटीय राज्यों में तबाही मचाने के बाद अम्फान तूफान बांग्लादेश की ओर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो से छह घंटे में चक्रवात गहरे दबाव के क्षेत्र और फिर दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। ये दो चरण चक्रवात के और कमजोर होने के संकेत देते हैं। आईएमडी ने बताया कि तूफान के प्रभाव के कारण मेघालय और पश्चिमी असम में अगले 12 घंटे के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। पिछले 100 साल में पश्चिम बंगाल में आने वाला अम्फान सबसे भीषण चक्रवाती तूफान है। इस चक्रवात के दौरान 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं जिसने बुधवार को ओडिशा के तट से लेकर पश्चिम बंगाल तक तबाही मचाई और भारी बारिश हुई जिससे घर और खेत पानी में डूब गए।