प्रदीप शर्मा
दिल्ली में हनुमान जन्मोत्सव के दौरान शनिवार को जहांगीरपुरी इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी. पुलिस के अनुसार शाम छह बजे हुई हिंसा के दौरान पथराव हुआ और कुछ वाहनों में आग लगा दी गई. जहांगीरपुरी तथा अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. गृहमंत्री अमित शाह ने अधिकारियों से बात कर हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्ती के निर्देश दिए हैं. घटना की जांच स्पेशल सेल से करवाने की बात कही गयी है. सभी दलों की तरफ से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गयी है. हिंसा में संलिप्त 14 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई हिंसा में पुलिस ने दंगे, हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. घटना में अब तक कुल 9 लोगों के घायल होने की सूचना है, जिनमें आठ पुलिसकर्मी हैं. घायलों में दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर मेधालाल मीणा भी शामिल हैं, जिन्हें हाथ में गोली लगी है. उन्हें गोली कैसे लगी इसकी अभी जांच चल रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल पुलिस कमिश्नर दीपेंद्र पाठक से इस मामले में बात की है. उन्होंने उनसे हिंसा के मद्देनजर जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है।
हिंसा में संलिप्त 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. रविवार की सुबह पांच गिरफ्तारियां हुई थीं. सीसीटीवी और वायरल वीडियो से कुछ लोगों की पहचान की गई है, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं. जांच के लिए क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की 10 टीमें बनाई गई हैं।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ अन्येश रॉय ने बताया है कि यह हर साल हनुमान जयंती पर निकाले जाने वाला पारंपरिक जुलूस था. रॉय ने कहा, ‘जब जुलूस कुशल सिनेमा पहुंचा, तो दो समुदायों के बीच झड़प हो गई. पथराव भी किया गया.’ उन्होंने कहा, ‘जुलूस के साथ तैनात पुलिसकर्मियों ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया लेकिन पथराव के कारण, कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.’ रॉय ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है और नागरिकों से सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी खबरों पर ध्यान न देने का अनुरोध किया।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली के भाजपा सांसद हंसराज हंस ने रविवार सुबह हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी इलाके का दौरा किया, उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यह घटना बेहद निंदनीय है और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की. केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि शांति सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गयी है. कपिल मिश्रा और भाजपा की दिल्ली की इकाई के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर सहित पार्टी के कुछ नेताओं ने आरोप लगाया कि यह क्षेत्र में रहने वाले अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की करतूत है. भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने दावा किया कि यह ‘एक बड़ी साजिश का हिस्सा है जिसकी तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.’
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा, ‘जहांगीरपुरी में भी सामजिक ताने-बाने को भी चोटिल करने की कोशिश की गयी है. केंद्र सरकार से विनती है कि उपद्रवियों/घृणा की ज़ुबान वालों को चिन्हित कर कारवाई करें बिना नफा नुकसान की विवेचना के और दिल्ली सरकार अपने सभी विधायक/वालंटियर्स को अतिशीघ्र शांति बहाली में फ़ौरन उतार दे.’
इधर, उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के कुछ हिस्सों में शनिवार की शाम हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले की पुलिस हाई अलर्ट पर है और उसने गश्त बढ़ा दी है. पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आयुक्त आलोक सिंह के निर्देश पर नोएडा, सेंट्रल नोएडा और ग्रेटर नोएडा तीनों पुलिस जोन में गश्ती बढ़ा दी गई है।