नई दिल्ली : भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस के उन आरोपों का जवाब दिया, जिसमें उसने कहा है कि केंद्र सरकार सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बनाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। भाजपा ने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में बर्बाद करने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग किया।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, यह मामला (मुठभेड़ में मारा जाना) कांग्रेस पार्टी की एक राजनीति साजिश के सिवा कुछ नहीं था। वर्ष 2010 में उन्होंने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री (नरेंद्र मोदी) और तत्कालीन गृहमंत्री (अमित शाह) को अपना विशुद्ध रूप से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माना। अमित शाह के खिलाफ यह मामला इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें बर्बाद करने के लिए किस हद तक जा सकती है..जिस तरह से उन्होंने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को नष्ट किया है।
ईरानी ने यह हमला ऐसे समय में किया है, जब हाल ही में मुंबई में सीबीआई की एक अदालत ने मुठभेड़ मामले के सभी 22 आरोपियों को यह कहते हुए बरी कर दिया कि मुहैया कराए गए गवाह और सबूत संतोषजनक नहीं हैं और मामला दायर करने में एक राजनीति कोण दिखाई देता है।
देश को मगर इस बात का जवाब चाहिए कि अगर सीबीआई राजनीति से प्रेरित होकर अमित शाह के पीछे पड़ी थी, मुकदमा ही फर्जी था तो आरोपी स्वत: बरी हो जाता, तब जज लोया को अपने प्राण की आहुत क्यों देनी पड़ी।
भाजपा ने ईरानी को कांग्रेस को कड़ा जवाब देने के लिए उतारा था, जो सरकार पर आरोप लगा रही है कि वह अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बनाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
ईरानी ने कहा, अमित शाह ने यह अकेली चुनौती का सामना नहीं किया। उनके परिवार ने झेला, जिसे हम देश को बताना चाहते हैं कि कांग्रेस उस किसी को नहीं छोड़ेगी, जो उसकी सत्ता की राह में आएगा।
उन्होंने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि उनका किचेन कैबिनेट ने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जंग किया।
उन्होंने कहा, और इस प्रक्रिया में किसी भी तरह राजनीतिक नेताओं को फंसाने के लिए सीबीआई ने सबूत गढ़े। यह एक उदाहरण है कि कांग्रेस राजनीति विरोधियों के साथ कैसे पेश आती है। सबूत गढ़ो, बेवजह किसी को गिरफ्तार कराओ और उसे सलाखों के पीछे डालो।