श्रीनगर : वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने शुक्रवार को यहां कहा कि जामिया मस्जिद को अपवित्र करने की घटना कश्मीरियों के स्थानीय संघर्ष को वैश्विक आतंकवादी समूहों से जोड़ने की एक कोशिश थी।
गिलानी ने श्रीनगर के नौहट्टा क्षेत्र की जामिया मस्जिद में जुमे पर उपस्थित लोगों को टेलीफोन के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि कुछ नकाबपोश युवकों द्वारा की गई अपवित्रता की कोशिश कश्मीर की आजादी के संघर्ष को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी समूहों से जोड़ने का एक प्रयास था।
गिलानी शहर के हैदरपोरा स्थित अपने आवास में नजरबंद हैं।
अन्य वरिष्ठ अलगाववादी नेता, मीरवाइज उमर फारूक ने लोगों से इस शुक्रवार को ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में यौम-ए-तकादुस के रूप में मनाएं जाने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि 21 दिसंबर को कुछ नकाबपोश युवक काले झंडे लहराते हुए मस्जिद के अंदर घुस गए थे और उनमें से एक जूते पहन कर मंच पर चढ़ गया था।