बेंगलुरू : कर्नाटक में गठबंधन की सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर राज्य कर में दो फीसदी की बढ़ोतरी की है, जो एक जनवरी से लागू है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी शनिवार को दी गई।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि विदेशी बाजार में कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बाद ईंधन (पेट्रोल, डीजल) की कीमतें घट गई हैं, इसलिए पेट्रोल और डीजल पर राज्य द्वारा लगने वाला कर दो फीसदी बढ़ाकर क्रमश: 32 फीसदी और 21 फीसदी कर दिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव बढ़ने पर प्रदेश सरकार ने लोगों को महंगाई से राहत देते हुए 17 सितंबर को पेट्रोल पर कर 32 फीसदी से घटाकर 28.75 फीसदी और डीजल पर 21 फीसदी से घटाकर 17.73 फीसदी कर दिया था।
केंद्र सरकार ने भी 4 अक्टूबर, 2018 को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 1.5 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने की घोषणा की थी और तेल विपण कंपनियों को दोनों ईंधनों पर एक रुपया प्रति लीटर की कटौती का बोझ उठाने को कहा था, जो अगले ही दिन से लागू हो गया था।
प्रदेश सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर कर बढ़ाने का विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने विरोध किया है। भाजपा विधायक अरविंद लिंबावल्ली ने एक ट्वीट में कहा, केंद्र सरकार जहां पेट्रोल और डीजल के दाम घटाने की दिशा में काम कर रही है, वहां एच.डी. कुमारस्वामी (मुख्यमंत्री) की सरकार ने दाम (पेट्रोल, डीजल) में 1.60 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर दी है। मुझे एक भी अच्छा काम बताएं जो इस सरकार ने पिछले छह महीने में किया हो।