नई दिल्ली : नोबल शांति पुरस्कार विजेता व पाकिस्तानी सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई नई किताब के साथ आ रही हैं, जिसमें उन्होंने विश्व के शरणार्थी शिविरों की अपनी यात्रा का अनुभव लिखा है।
वी आर डिस्पलेस्ड नाम की यह पुस्तक भारत में बुधवार से बिक्री के लिए उपलब्ध होगी।
एक प्रेस विज्ञप्ति में प्रकाशक वीडनफेल्ड एंड निकोलसन और हैचेट इंडिया ने कहा कि शरणार्थी शिविरों की उनकी यात्रा ने उन्हें अपने खुद के विस्थापन के बारे में फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया, जिसमें सबसे पहले वह पाकिस्तान में आंतरिक रूप से विस्थापित हुईं जब वह बच्ची थीं और उसके बाद एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ता के रूप में, जो दुनिया के किसी भी हिस्से में यात्रा कर सकती थी, सिवाए अपने घर के जिसे वह सबसे ज्यादा प्यार करती हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया, वी आर डिस्पलेस्ड में मलाला ने न केवल घर से दूर रहते हुए एक नई जिंदगी के उतार-चढ़ाव के समायोजन की अपनी कहानी को लिखा है बल्कि विभिन्न यात्राओं के दौरान वह जिन अतुलनीय लड़कियों से मिली, उनकी कहानियों को भी साझा किया है। यह वह लड़कियां हैं, जिन्होंने अपने समुदाय और रिश्तेदारों को खोया है।
आठ रंगीन पृष्ठों के साथ 244 पन्नों की इस किताब की कीमत 399 रुपये है।