जकार्ता : इंडोनेशियाई खोजी दलों ने सोमवार को लॉयन एयर विमान का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर लिया। विमान अक्टूबर 2018 में जावा समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में विमान के भारतीय कैप्टन भी शामिल थे।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के डेटा से जांचकर्ताओं को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि किस कारण बोइंग 737 मैक्स 8 जेटलाइनर जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही समुद्र में गिर गया। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर विमान का दूसरा रिकॉर्डर होता है, जिसे ब्लैक बॉक्स भी कहा जाता है।
भारतीय कैप्टन भव्य सुनेजा विमान के पायलट थे। विमान 29 अक्टूबर को पंग्कल पीनंग शहर की छोटी यात्रा पर था। पायलट ने विमान को वापस हवाईअड्डे लाने की इजाजत मांगी थी, जिसके चंद मिनट बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान केवल दो महीने पुराना था।
विमान का पहला ब्लैक बॉक्स फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर नवंबर में बरामद किया गया था, जो जावा समुद्र तल पर विमान के मलबे में दबा हुआ था।
द वाशिंगटन पोस्ट ने इंडोनेशियाई नौसेना के हाइड्रोग्राफी एंड ओशनोग्राफी सेंटर के प्रमुख रियर एडमिरल हरजो सुसमोरो के हवाले से कहा, नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी कमेटी की सहायता से सेंटर ने कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद किया है।
अधिकारी ने कहा कि रिकॉर्डर नौसेना के एक गोताखोर द्वारा सुबह करीब 8:40 बजे बरामद किया गया।
जावा समुद्र में मजबूत लहरों ने खोज अभियान के साथ साथ दुर्घटना की तीव्रता को और जटिल बना दिया, जिसके कारण विमान का मलबा जकार्ता के समीप तट के गहरे पानी में इधर-उधर फैल गया।
छोटा, चमकीला नारंगी उपकरण समुद्र के अंदर 108 फुट की गहराई में पाया गया, जो कि कीचड़ में दबा हुआ था।
जांच से पता चलता है कि लॉयन एयर ने विमान को सेवा में वापस रख लिया था, जबकि पहले से ही इसकी उड़ानों में समस्या आ रही थी। जांचकर्ताओं ने कहा कि विमान उड़ने लायक नहीं था और इसे वापस उतारा जाना चाहिए था।