ब्रसेल्स : यूरोपीय संघ (ईयू) ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे और ईयू के बीच हुआ समझौता रद्द होने के थोड़ी देर बाद ही ब्रिटेन से ब्रेक्सिट पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। थेरेसा मे के इस ऐतिहासिक समझौते को ब्रिटिश संसद में भारी हार का सामना करना पड़ा है।
ईयू के अध्यक्ष जीन-क्लॉड जंकर ने एक बयान में कहा कि वह समझौते पर हुए मतदान के परिणाम से अवगत हैं और ईयू से अलग होने का खारिज हुआ समझौता एक उचित समझौता है और इस मसले पर सबसे अच्छा समझौता है।
सिन्हुआ के अनुसार, जंकर ने कहा, इस समझौते से ब्रेक्सिट के कारण ब्रिटेन के नागरिकों और समूचे यूरोप में व्यापार को होने वाली क्षति कम होगी। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के लिए यही एकमात्र व्यवस्थित तरीका है।
उन्होंने कहा, इस शाम हुए मतदान के बाद ब्रिटेन के ईयू से अव्यवस्थित ढंग से अलग होने का जोखिम बढ़ गया है।
जंकर ने ब्रिटेन से इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट करने का आग्रह करते हुए कहा, इस मामले में समय लगभग समाप्त हो चुका है।
ब्रेक्सिट समझौता खारिज होने के बाद यूरोपीय संघ से देश के अलग होने की योजना पर और अधिक संशय के बादल मंडराने लगे हैं।
पांच दिन की बहस के बाद ब्रिटेन की सरकार और ईयू के बीच हुए समझौते के पक्ष में 202 वोट पड़े और इसके खिलाफ 432 वोट पड़े।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के पास अपना प्लान बी पेश करने के लिए तीन दिनों का समय है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन के ईयू से अलग होने के लिए 29 मार्च की तारीख निर्धारित है।