शिमला : हिमाचल प्रदेश में 20 से 24 जनवरी के बीच भारी बर्फबारी व बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूर्वानुमान में यह चेतावनी दी। निवासियों और पर्यटकों को 24 जनवरी तक ऊंचे पहाड़ी इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी गई है क्योंकि सड़क संपर्क मार्ग अवरुद्ध होने की आशंका ज्यादा है।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने आईएएनएस को बताया कि शिमला, नारकंडा, चैल, कुफरी, कल्पा, डलहौजी और मनाली में सामान्य बर्फबारी होने की संभावना है। इन शहरों में 13 जनवरी को भी सामान्य बर्फबारी हुई थी।
एक सरकारी अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि कुफरी, नारकंडा, मनाली और डलहौजी पहले से ही बर्फ की मोटी चादर में लिपटे हुए हैं। राज्य के दूरदराज के इलाकों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और लोगों की आवाजाही बाधित हो सकती है।
सिंह ने कहा कि शुक्रवार शाम से इस क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। उन्होंने कहा, राज्य में मुख्य तौर पर 22 से 24 जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई देगा, जिसके चलते शिमला, किन्नौर, सिरमौर, कुल्लू, चंबा, मंडी और लाहौल-स्पीति जिलों की ऊंची पहाड़ियों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा कि 20 जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत, विशेषकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में अरब सागर से नमी आने के आसार हैं जिससे बड़े पैमाने पर हिमपात और बारिश होने की आशंका है।
निचले इलाकों में धर्मशाला, पालमपुर, सोलन, नाहन, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी व्यापक रूप से बारिश होने के आसार हैं जिससे तापमान में काफी गिरावट आएगी।
शिमला में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कल्पा में यह शून्य से 3.6 डिग्री नीचे, मनाली में शून्य से 1.2 डिग्री नीचे, डलहौजी में चार डिग्री, कुफरी में 2 डिग्री और धर्मशाला में 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।