शिमला : शिमला में जनवरी माह में सिर्फ एक दिन में सर्वाधिक बर्फबारी का इस साल पिछले 15 वर्र्षो का रिकार्ड टूट गया है। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने आईएएनएस को बताया, शहर में 22 जनवरी को 44.5 सेंटीमीटर (सेमी) तक बर्फबारी हुई थी, जो 2004 के बाद साल के प्रथम महीने में होने वाली सर्वाधिक बर्फबारी है।
उन्होंने कहा, इसके पहले जनवरी में 24 घंटों के दौरान अधिकतम बर्फबारी 2004 में दर्ज की गई थी। 23 जनवरी, 2004 को 57.7 सेमी तक बर्फ गिरी थी।
उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में क्षेत्र में बर्फ और भारी बारिश मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ से उत्पन्न चक्रवात के कारण हुई है।
मौसम कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, शिमला में 2006 से जनवरी माह में लगातार दो वर्षों तक बर्फ नहीं पड़ी थी।
2008 में पूरी जनवरी में केवल एक सेंटीमीटर बर्फबारी हुई थी, जबकि 2009 में बर्फबारी 8.7 सेमी, 2010 में 1.8 सेमी और 2011 में 8.5 सेमी बर्फबारी हुई थी।
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, 12 फरवरी, 2007 को शिमला में 62 सेमी बर्फबारी हुई थी, जो पिछले 99 वर्षों में एक दिन में सर्वाधिक है।
शिमला में बर्फबारी की स्थितियों का काम संभालने वाले प्रशासन ने नियंत्रण कक्ष की स्थापना, सड़कों और मार्गों को साफ करने के लिए लोगों और मशीनरी की तैनाती, बिजली और पेयजल आपूर्ति बनाए रखने सहित जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को सूचीबद्ध कर लिया है।
इस बार शिमला के कई इलाकों में बिजली के खंभों पर पेड़ों के गिरने के कारण आपूर्ति बाधित हुई है। पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई।
जिला प्रशासन हर साल सर्दियों की शुरुआत से पहले उपायों की समीक्षा करने और भारी बर्फबारी की स्थिति में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक बैठक आयोजित करता है।
अधिकारियों ने स्वीकार किया कि पिछले कई दशकों से यह बैठक -जिसे स्नो मैनुअल मीटिंग कहते हैं- केवल एक रस्म बनकर रह गई है।
एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने के अनुरोध पर कहा, पिछले सालों में शिमला में बर्फबारी की तीव्रता कम हुई है। इसी कारण हिम मैनुअल ने अपनी प्रासंगिकता खो दी है।