शिमला : हिमाचल प्रदेश के मनाली और डलहौजी जैसे सुरम्य पर्यटन शहरों में गुरुवार को भी बर्फबारी हुई। वहीं, राज्य में शुक्रवार तक और अधिक बारिश व बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, मनाली और उसके आसपास की पहाड़ियों पर मध्यम से हल्की बर्फबारी हुई। डलहौजी और कल्पा में भी बर्फ पड़ी।
यहां से 250 किलोमीटर दूर कल्पा में 14.1 सेंटीमीटर (सेमी) बर्फबारी हुई जबकि डलहौजी में 10 सेमी और मनाली में दो सेमी बर्फबारी हुई।
कोठी और सोलांग में भी अच्छी मात्रा में बर्फबारी हुई। बर्फबारी के कारण पर्यटक मनाली और शिमला पहुंचे हैं।
शिमला में बर्फीली हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान शून्य से 1.1 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। मंगलवार को शहर में सीजन की सबसे भारी बर्फबारी हुई थी।
अधिकारी ने कहा, लाहौल-स्पीति, चंबा, मंडी, कुल्लू, किन्नौर और शिमला जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है।
ओबरॉय ग्रुप ऑफ होटल्स के संपर्क अधिकारी डी.पी.भाटिया ने आईएएनएस को बताया, हम बर्फबारी के बाद शिमला और आसपास के क्षेत्रों में इस सप्ताह के अंत तक अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि पठानकोट-डलहौजी मार्ग सहित कई इलाकों की सड़कों पर गुरुवार को तीसरे दिन भी यातायात बंद रहा जिससे यात्रियों को परेशानी हुई।
मनाली से 20 किलोमीटर पहले पतलीकुल के पास वाहनों के लिए बंद चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग को हालांकि फिर से खोल दिया गया है।
एक सरकारी अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, पूरे किन्नौर और शिमला जिले के कस्बों जैसे नारकंडा, जुब्बल, कोटखाई, कुमारसैन, खड़ापठार, रोहड़ू और चोपाल राज्य के बाकी हिस्सों से कट गए हैं।
उन्होंने कहा, शिमला में ऊंचाई वाले कस्बों के लिए सड़क संपर्क गुरुवार शाम तक बहाल होने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार की भारी बर्फबारी के बाद किन्नौर, शिमला, चंबा, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्र का सड़क नेटवर्क सबसे अधिक प्रभावित हुआ है और इसे फिर से बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
शिमला शहर से रामपुर जाने वाली बसें धामी से होकर जा रही हैं। शिमला नगर निगम ने कार्ट रोड और कुछ वीआईपी सड़कों से बर्फ हटा दी है लेकिन बाकी अधिकांश सड़कों से अभी तक बर्फ नहीं हटाई गई है।
पुलिस ने कहा कि शिमला में फिसलन भरी सड़कों के कारण कई पर्यटक घायल हुए हैं। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कुल 690 सड़कों को बंद कर दिया गया था। इनमें से 200 सड़कों को बुधवार को खोल दिया गया और बाकी गुरुवार के बाद खोल दी जाएंगी।