वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन के लिए अब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा से इतर स्थान की तलाश में हैं, क्योंकि प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने सदन में उनके संबोधन की अनुमति नहीं दी है। इस बीच अमेरिका में सरकार की कामबंदी गुरुवार को 34वें दिन जारी रही।
ट्रंप ने बुधवार को एक पत्र लिखकर उनसे 29 जनवरी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पेलोसी ने पत्र के जवाब में कहा कि सदन तब तक उनको किसी प्रस्ताव पर विचार करने के लिए आमंत्रित नहीं करेगा जब तक सरकार की कामबंदी पर विराम नहीं लगेगा।
इससे पहले ट्रंप ने पेलोसी के अफगानिस्तान में अमेरिकी सनिकों से मिलने जाने के लिए सेना के विमान का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी। ट्रंप बगैर आमंत्रण के सदन-कक्ष से अपना सालाना भाषण नहीं दे सकते हैं यानी वह संवैधानिक संकट का कारण बनेंगे।ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, नैंसी पेलोसी ने संयुक्त अधिवेशन के संबोधन को रद्द कर दिया है क्योंकि वह सच सुनना नहीं चाहती हैं।
वह कांग्रेस भवन में कहीं अन्य जगह या सीनेट में अपना भाषण दे सकते हैं, जो कि संभव नहीं लगता। रिपब्लिकन के पास हालांकि उन्हें आमंत्रित करने का बहुमत है, लेकिन इससे परंपरा समाप्त हो जाएगी। स्टेट ऑफ द यूनियन अड्रेस उसी प्रकार होता है जिस प्रकार भारत के राष्ट्रपति सत्र के आरंभ में संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हैं। यह एक परंपरा है, जो ट्रंप को काफी पसंद है।
पेलोसी ने बुधवार को कहा कि जब तक सरकारी कामबंदी नहीं रुकती, तब तक वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन के लिए आमंत्रित नहीं करेंगी। पेलोसी ने अपने जवाब में कहा, मैं यह पत्र लिखकर सूचित कर रही हूं कि जब तक सरकारी कामबंदी रुक नहीं जाती तब तक प्रतिनिधि सभा सदन-कक्ष में राष्ट्रपति के स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन को अधिकृत करने वाले प्रस्ताव पर विचार नहीं करेगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पेलोसी ने कहा कि तीन जनवरी को जब उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पीच के लिए आमंत्रित किया था तब यह नहीं पता था कि सरकारी कामबंदी 29 जनवरी तक जारी रहेगी। ट्रंप ने मेक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण के लिए 5.7 अरब डॉलर के बजट की मांग की है, जिसको लेकर सदन में गतिरोध बना हुआ है।
पेलोसी ने 16 जनवरी को ट्रंप को सरकारी कामबंदी के मद्देनजर अपना संबोधन स्थगित करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि कामबंदी की वजह से इस कार्यक्रम के लिए पर्याप्त विशेष सुरक्षा उपलब्ध कराना संभव नहीं है क्योंकि सीक्रेट सर्विस और होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के कर्मचारियों को 25 दिनों से वेतन नहीं मिला है।