मुंबई : फिल्मकार करण जौहर के टीव शो कॉफी विद करण पर महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद बयान देने के बाद प्रतिबंधित किए गए भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल पर से बीसीसीआई ने तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध हटा लिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि प्रशासकों की समिति (सीओए) ने दोनों खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटा लिया है।
इन दोनों पर से यह प्रतिबंध बीसीसीआई में लोकपाल की नियुक्ति में हो रही देरी के चलते हटाया गया है। साथ ही यह स्पष्ट कर दिया गया है कि इन पर लगे आरोपों की जांच बंद नहीं हुई है। इनका मामला लोकपाल की नियुक्ति और उनके द्वारा मामले में फैसला लेने के अधीन है।
बीसीसीआई ने बयान में कहा, सीओए ने बीसीसीआई के संविधान के नियम 41 (6) का इस्तेमाल करते हुए हार्दिक और राहुल को दुर्व्यवहार के आरोप के चलते निलंबित कर दिया था।
बयान में कहा, किसी भी क्रिकेट खिलाड़ी पर लगे सभी तरह के दुर्व्यवहार के आरोप का मामला सुनने के लिए बीसीसीआई के लोकपाल की जरूरत होती है, लेकिन लोकपाल की नियुक्ति सर्वोच्च अदालत के निर्देशों द्वारा लंबित है। इसलिए प्रशासकों की समिति (सीओए) का मानना है कि इन दोनों खिलाड़ियों पर जो अंतरिम प्रतिबंध लगाया गया था, उसे तुरंत प्रभाव से हटाया जाए।
बयान में कहा गया है, उपयुक्त मुद्दे और फैसले को एमिकस क्यूरी पी.एस. नरसम्हिा की सहमति से लिया गया है। दिनांक 11-09-2019 को जारी किया गया निलंबन का आदेश तुरंत प्रभाव से हटाया जाता है और यह बीसीसीआई लोकपाल की नियुक्ति और उनके द्वारा इन आरोपों पर फैसला लेने के अधीन है।
भारतीय टीम इस समय न्यूजीलैंड में है और पांच मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है। सीरीज का दूसरा मैच शनिवार को खेला जाएगा। बीसीसीआई ने पहले ही बता दिया है कि सीरीज के आखिरी दो वनडे मैचों और तीन टी-20 मैचों की सीरीज के लिए कप्तान विराट कोहली को आराम दिया जाएगा। ऐसे में पांड्या और राहुल को टीम में दोबारा शामिल होने का मौका मिल सकता है। इस विवाद के चलते ही इन दोनों खिलाड़ियों को आस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही वापस बुला लिया गया था।