नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव के साथ-साथ सलाहकार के रूप में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के इर्द-गिर्द रहने वालों में नए-पुराने चेहरे शामिल हैं।
कांग्रेस ने बैकरूम मैनेजमेंट के सभी पहलुओं को संभालने वाले कई युवा पेशेवरों को शामिल किया है, जिनका लक्ष्य नरेंद्र मोदी-अमित शाह की टीम से मुकाबला करना है।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को हिंदी भाषी राज्य राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हार मिलने के बावजूद मोदी-अमित शाह की टीम को चुनाव जिताने वाली मशीन माना जाता है।
प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में पदार्पण के बाद कांग्रेस की अंदरूनी मंडली में और ज्यादा स्फूर्ति आ गई है। प्रियंका गांधी को बतौर पार्टी महासचिव पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी बनाया गया है, जो राजनीति का बड़ा अखाड़ा है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टीम में पार्टी के युवा चेहरों के साथ अनुभवी सैम पित्रोदा जैसे सलाहकार शामिल हैं।
राहुल की टीम के कुछ सदस्यों में शामिल हैं ये नाम :
पूर्व बैंककर्मी अलंकार सवाई कांग्रेस अध्यक्ष के लिए शोध व दस्तावेज तैयार करने का काम संभालते हैं और उनके निजी सचिव के तौर पर भी काम करते हैं।
राहुल गांधी के दूसरे निजी सचिव हैं कौशल विद्यार्थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई की है।
कनिष्क सिंह पूर्व राजनयिक एस.के. सिंह के पुत्र हैं। वह राहुल गांधी के राजनीति में आगमन के बाद से ही उनके करीबी रहे हैं और वह अंदरूनी मंडली में प्रमुख की हैसियत में रहे हैं।
के.बी. बैजू स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के पूर्व अधिकारी हैं। नौकरी छोड़ने के बाद वह राहुल गांधी की कोर टीम में शामिल हुए और कांग्रेस अध्यक्ष के लिए अन्य कार्यो के साथ-साथ उनके क्षेत्र का काम संभाल रहे हैं। बैजू राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने से काफी पहले से उनके साथ हैं।
अमेरिका से एमबीए कर चुके सचिन राव कुछ समय से राहुल गांधी के साथ जुड़े हुए हैं।
पूर्व नौकरशाह कोप्पुला राजू कांग्रेस अध्यक्ष के दफ्तर के प्रभारी हैं और उनकी मंडली के प्रमुख सदस्य हैं। पहले वह पार्टी के अनुसूचित जाति सेल के प्रभारी थे। वह केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के दौरान सोनिया गांधी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय सलाहकार समिति (एनएसी) के सचिव भी थे।
इन पेशेवरों के अलावा, कई युवा कांग्रेस नेता भी राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। इन नेताओं में पार्टी के संचार प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुंबई-दक्षिण के पूर्व सांसद मिलिंद देवरा, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी बनाए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, मीनाक्षी नटराजन शामिल हैं।
इन युवा नेताओं और पेशेवरों के साथ-साथ अनुभवी सैम पित्रोदा राहुल गांधी के विदेश दौरे पर हमेशा उनके साथ दिखते हैं। टेलीकॉम इंजीनियर व इनोवेटर सैम पित्रोदा एक समय राजीव गांधी के करीबी थे और राहुल गांधी के आक्रामक राजनेता के रूप में नए अवतार को उनके ही दिमाग की उपज माना जाता है।
उधर, प्रियंका गांधी के भी अपने विश्वस्त सलाहकार हैं, जिनमें अर्चना डालमिया पार्टी के ग्रिवैंस सेल की प्रभारी हैं। वह सोनिया गांधी की करीबी रही हैं और अब प्रियंका के साथ काम कर रही हैं। वहीं, कांग्रेस के डाटा एनालिटिक्स विभाग के अध्यक्ष बने प्रवीण चक्रवर्ती भी प्रियंका के करीबी हैं। वह प्रमुख मसलों पर पार्टी के रुख को आकार देते हैं।
–आईएएनएस