नई दिल्ली : डिजिटाइजेशन भारत में ऑटोमोबाइल खरीदारी का तरीका बदल रहा है और लगभग 90 प्रतिशत खरीदारों के फैसले डिजिटल रूप से प्रभावित होते हैं। गूगल और बाजार शोध कंपनी कैंटर टीएनएस द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
देश में लोगों की कार रिसर्च और खरीदारी पर नजर रखने वाली ड्राइव टू डिसाइट 2018 रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 90 फीसदी सर्च, 80 फीसदी वीडियो और 56 फीसदी डीलर्स की वेबसाइटें भारत में किसी खरीदार के कार खरीदने के निर्णय को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं।
पिछले दो सालों में, ऑनलाइन रिसर्च करने वाले खरीदार अपने पसंदीदा ब्रांड के बारे में ज्यादा सुनिश्चित हुए हैं और ब्रांड बदलने के मामले 2016 में 11 फीसदी से घटकर 2018 में सात फीसदी रह गए हैं।
अब वीडियो सिर्फ ऑटोमोबाइल डिस्कवरी के प्लेटफॉर्म नहीं रह गए हैं, बल्कि खरीदारों के लिए सलाहकार भी बन गए हैं, जो उन्हें विभिन्न दृष्टिकोणों से कार देखने की सुविधा देते हैं।
गूगल इंडिया के कंट्री डायरेक्टर विकास अग्निहोत्री ने कहा, खरीदार सिर्फ निर्माताओं और वितरकों को ऑनलाइन सर्च करने से लेकर आज कार फीचर्स से संबंधित अपने प्रश्नों का उत्तर पाने के लिए सक्रिय रूप से वीडियो देख रहे हैं, जिससे वे वाहन के प्रदर्शन सहित अन्य जानकारियों का पता लगा सकें।
पिछले दो सालों में, उपभोक्ताओं द्वारा ऑनलाइन वीडियो देखने वालों की संख्या 2016 में 43 फीसदी से बढ़कर 2018 में 80 फीसदी हो गई है।