वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापारिक मसलों को सुलझाने की दिशा में चल रही बातचीत का सकारात्मक हल निकलने की संभावना जताई है, जिससे दोनों देशों के बीच जारी व्यापारिक तनाव का अंत होगा। दोनों देशों के बीच प्रथम दौड़ की वार्ता के बाद समस्या के समाधान की दिशा में प्रगति रही।
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, द्विपक्षीय वार्ता के दो दिनों बाद ट्रंप ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में चीन के उपप्रधानमंत्री लियू की अगवानी की। इस वार्ता का मकसद अमेरिका को चीनी वस्तुओं पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करने से रोकना है।
ट्रंप ने लियू और अमेरिकी व चीनी वार्ताकार दलों से मुलाकात के बाद मीडिया को बताया, यह बहुत बड़ा करार होने जा रहा है या यह ऐसा करार होने जा रहा है, जिसे हमने बहुत कम के लिए स्थगित कर दिया था।
व्हाइट हाउस स्थित ओवल ऑफिस में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा ट्रंप को भेजे गए पत्र को पढ़ने के साथ बैठक की शुरुआत हुई, जिसमें उन्होंने ट्रंप से आपस में सम्मान के माहौल में वार्ता जारी करने का आग्रह किया था।
लियू ने बताया कि चीन अमेरिका से 50 लाख टन सोयाबीन खरीदना चाहता है।
इस पर अमेरिकी राष्टपति ने कहा, इससे हमारे किसान खुश होंगे, क्योंकि उनके पास काफी सोयाबीन है।
चीनी प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी उत्पादों की खरीद बढ़ाने और अपने वित्तीय व विनिर्माण क्षेत्रों में अमेरिकी निवेश के दरवारजे खोलने की पेशकश की, लेकिन माना जाता है कि उसने अपने आर्थिक व औद्योगिक नीतियों में किसी प्रकार के सुधार की बात नहीं कही।
ट्रंप ने इस बात से इनकार नहीं किया कि उनकी संभावित यात्रा के दौरान वह शी से मुलाकात कर सकते हैं और इस दौरान किम के साथ दूसरा शिखर सम्मेलन कर सकते हैं। सम्मेलन की तिथि और स्थान के बारे में अगले सप्ताह के आरंभ में घोषणा की जाएगी।
वाइस प्रीमियर लियू हे के साथ गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, ट्रंप ने कहा कि उन्हें अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से 1 मार्च की अंतिम तिथि तक अंतिम समझौता होने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी वार्ता के एक और दौर के लिए अमेरिकी अधिकारियों को चीन भेजने की योजना है।
उन्होंने कहा, हमने जबरदस्त प्रगति की है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप कोई समझौता करने जा रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त संबंध और गर्मजोशी की भावना है।