नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सरकार अमेरिका में हिरासत में लिए गए भारतीय छात्रों के मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और वह वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास व अन्य वाणिज्य दूतावासों के साथ संपर्क में है। विद्यार्थियों को कथित आव्रजन धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने सवालों के जवाब में कहा, भारत सरकार वाशिंगटन में हमारे मिशन और अमेरिका में हमारे वाणिज्य दूतावासों के साथ मिलकर अमेरिका में भारतीय विद्यार्थियों को हिरासत में लिए जाने से पनपे हालात को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
उन्होंने कहा, जैसे ही हमें विद्यार्थियों को हिरासत में लिए जाने से संबंधित सूचना प्राप्त हुई, हमारे मिशनों ने विदेश विभाग और घरेलू सुरक्षा विभाग से संपर्क कर हिरासत में लिए गए विद्यार्थियों की सूची और जरूरी पहचान विवरण देने का अनुरोध किया।
कुमार ने कहा, हमने दूतावास संबंधी पहुंच के लिए एक औपचारिक अनुरोध किया है और इस बात पर जोर दिया है कि हमारे अनुरोध को अधिक प्राथमिकता दिया जाए।
सरकारी एजेंसियों द्वारा वीजा घोटाले पर कार्रवाई के लिए एक फर्जी विश्वविद्यालय बनाकर स्टिंग ऑपरेशन किया गया। जिसमें सैकड़ों भारतीय छात्र और आठ नियोक्ताओं को कथित आव्रजन धोखाधड़ी के लिए हिरासत में लिया गया, उन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा।
अमेरिकी तेलुगू संघ (एटीए) ने बताया कि बुधवार को 100 विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया गया था। शिकागो स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने गुरुवार को मामले में गिरफ्तार 29 भारतीयों के नाम प्राप्त किए हैं।