श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उच्च शिक्षा के लिए विदेशी छात्रों को भारत आते देखना उनका सपना है।
भारत में शिक्षा मानकों पर एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा, मेरा सपना है कि हमारे छात्र उच्च शिक्षा के लिए दूसरे देशों में जाने के बजाय, दुनिया भर के छात्र यहां अध्ययन करने के लिए आएं।
रविवार को जम्मू एवं कश्मीर के अपने दौरे के दौरान मोदी ने देश भर के छात्रों के सवालों का जवाब दिया। मोदी डिजिटल रूप से उनसे जुड़े थे।
विभिन्न राज्यों के एक लाख से ज्यादा छात्र मोदी के साथ डिजिटल रूप से जुड़े हुए थे, जबकि सोशल मीडिया के माध्यम से ढाई करोड़ लोग उनके साथ बातचीत करने में सक्षम थे।
डिजिटल क्रांति पर मोदी ने कहा, मानवता सदियों से लगातार विकास करती रही है, लेकिन पिछले 40 वर्षो के दौरान नवाचार और प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप के कारण हमने एक बहुत लंबी छलांग लगाई है।
उन्होंने कहा, डिजिटल क्रांति ने हमारी जिंदगी को काफी बदल दिया है। एक समय ऐसा आएगा, जब शायद कोचिंग और क्लासरूम भी अप्रचलित हो सकते हैं।
क्या भारत गरीबी मुक्त देश बन सकता है?
जिसपर उन्होंने कहा, अगर भारत खुद को गरीबी से मुक्त करने का फैसला करता है, तो कोई भी ताकत ऐसी नहीं है, जो हमें गरीब रख सके।
मोदी ने कहा, हम सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं। मध्यम वर्ग का सशक्तीकरण तेज गति से हो रहा है और यह गरीबी को दूर करने में हमारी मदद कर रहा है।
उन्होंने कहा, ग्रामीण स्वच्छता दर 2014 में 35 प्रतिशत थी और आज यह 98 प्रतिशत हो गई है। हमें गरीबी से छुटकारा पाने का ²ढ़ संकल्प लेना चाहिए और यह केवल गरीबों के सशक्तीकरण से ही हो सकता है।
ओडिशा में शिक्षा व पर्यटन को जोड़ने पर उन्होंने कहा, पर्यटन की पहली आवश्यकता है कि हम हमारे पर्यटन स्थानों पर गर्व करें।
उन्होंने कहा, जबतक हम अपनी पर्यटक क्षमता पर गर्व नहीं करेंगे, तबतक हम पूरी तरह से इसकी क्षमता का पता नहीं लगा सकेंगे। अमेरिका के अपने दौरे के दौरान, मुझे पेंसिल्वेनिया में 400 साल पुराना एक लैंडमार्क दिखाया गया। हमारे देश में हम हजारों साल पुराने लैंडमार्क को बढ़ावा दे सकते हैं।
मोदी ने कहा, होमस्टे दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हमें हमारे पयर्टन की मदद के लिए बड़े पैमाने पर इसे बढ़ावा देने की जरूरत है।