कराकस : यूरोपीय संघ के 19 सदस्य देशों और 11 लैटिन अमेरिकी देशों के एक समूह ने अमेरिका समर्थित नेशनल असेंबली के स्पीकर जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दी है।
यह कदम वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो को नए सिरे से राष्ट्रपति चुनाव कराने के अल्टीमेटम को अमल में लाने में विफल रहने पर उठाया गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को 17 सूत्रीय घोषणा में 14 सदस्यों वाले लीमा समूह के 11 देशों- अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, होंडुरास, पनामा, पैराग्वे और पेरू ने बल उपयोग के बिना और मानवीय सहायता की तत्काल आपूर्ति के साथ सत्ता परिवर्तन का आह्वान किया।
समूह ने कनाडा की राजधानी ओटावा में एक बैठक के बाद घोषणा पत्र जारी किया।
इन 11 देशों ने विश्व समुदाय से मदुरो शासन को विदेश में वित्तीय व व्यापार लेनदेन, वेनेजुएला की अंतर्राष्ट्रीय संपत्ति और तेल, सोना व अन्य में व्यापार करने से रोकने के लिए कठम उठाने का आग्रह किया है।
इस दौरान हालांकि लीमा समूह के अन्य तीन देशों-गयाना, मेक्सिको और सैंट लूसिया ने इस घोषणा का समर्थन नहीं किया है।
वहीं, सोमवार को ही 19 यूरोपीय देशों- स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, ब्रिटेन, डेनमार्क, हॉलैंड, फ्रांस, हंगरी, ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, बेल्जियम, लक्समबर्ग, चेक रिपब्लिक, लातविया, लिथुआनिया, एस्टोनिया, पोलैंड, स्वीडन और क्रोएशिया ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और लोकतांत्रिक राष्ट्रपति चुनावों के आह्वान के साथ गुआइदो को समर्थन देने के संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए थे।
एफे के अनुसार, इटली सहित नौ ईयू देशों ने संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। वेनेजुएला के प्रमुख लेनदारों में से एक रूस ने यूरोपीय संघ के उस अल्टीमेटम को भी खारिज कर दिया जिसमें मदुरो से नए सिरे से चुनाव कराने के लिए कहा गया था।