नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि अराजकतावादी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजनीतिक तमाशे पर सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश से रोक लगा दी है, जिसके अंतर्गत कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को सीबीआई के समक्ष पेश होने और शारदा चिटफंड घोटाला मामले की जांच में सहयोग के आदेश दिए गए हैं।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कहा कि चिटफंड घोटाले से 20 लाख गरीब पीड़ित हैं।
उन्होंने इसके अलावा सर्वोच्च न्यायालय के प्रति आभार जताया, जिसने मामले में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की है।
उन्होंने कहा, देश ने देखा कि सर्वोच्च न्यायालय ने पुलिस आयुक्त राजीव जी को सीबीआई के समक्ष पेश होने और ईमानदारी से जांच में सहयोग करने के लिए कहा।
ईरानी ने यहां मीडिया से कहा, इस परिप्रेक्ष्य की ओर भी देखे जाने की जरूरत है कि राजीव जी को एक निष्पक्ष जगह शिलांग में सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है, जिससे यह प्रमाणित हो जाता है कि मौजूदा स्थिति में बंगाल में अराजकता का माहौल है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को न्यायालय के फैसले को अपनी नैतिक जीत बताने के बदले पूरे मामले का अवलोकन करना चाहिए और इस बारे में चिंता करनी चाहिए।
ईरानी ने कहा, इसे नैतिक जीत मानना ममता बनर्जी ब्रांड की राजनीति का एक विरोधाभास है। मुझे लगता है कि सर्वोच्च न्यायालय का पुलिस आयुक्त को शिलांग में पेश होने का आदेश देना अपने आप में यह दिखाता है कि वे पश्चिम बंगाल में निष्पक्षता की उम्मीद नहीं करते हैं। एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के रूप में, यह उनके लिए गौर करने का मामला होना चाहिए..न कि खुशी मनाने का।
पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं की रैली और कार्यक्रमों की अनुमति नहीं देने के सवाल पर ईरानी ने कहा, दीदी नहीं समझती हैं, लेकिन भाजपा और अन्य पार्टियों के राजनेताओं को रोकने से, वह वास्तव में लोकतांत्रित प्रक्रिया को बाधा पहुंचा रही हैं।
उन्होंने कहा, यह पहली बार नहीं है कि ममताजी ने भाजपा की रैलियों को रोकने के लिए प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग किया है। वह पहले ही अमित शाह के कार्यक्रम में बाधा डाल चुकी हैं। उन्होंने योगीजी की रैलियों को रोकने की कोशिश की, यहां तक कि शिवराज की रैलियों को भी रोकने के प्रयास हुए।
ईरानी ने कहा, इस वजह से अधिक से अधिक लोग भाजपा की विचारधारा से जुड़ रहे हैं और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में देखा जा सकता है। इसलिए यह मायने नहीं रखता है कि दीदी कितनी रैलियों को रोकती हैं। पश्चिम बंगाल के नागरिक भाजपा की विचारधारा को बहुत अधिक समर्थन दे रहे हैं।