नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को लोकसभा में सीबीआई के कथित दुरुपयोग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की, और मांग पूरी न होने पर तृणमूल सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बोलने के लिए उठे। उस समय तृणमूल कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी कर रहे थे।
खड़गे ने पीठासीन अधिकारी से सदन में व्यवस्था कायम करने का आग्रह किया। इसपर तृणमूल नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से अनुरोध किया कि वह सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दें और उन्होंने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी बुधवार को सदन को सुचारु रूप से चलने देगी।
उन्होंने कहा, हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि कल सदन सुचारु रूप से चलेगा, लेकिन सरकार को हमारे अनुरोध का जवाब देना चाहिए। हमारा मानना है कि कोलकाता में कुछ बड़ी घटनाएं घटी हैं, सर्वोच्च न्यायालय ने एक फैसला दिया है, जो एक केंद्र सरकार के संस्थान के पूरी तरह खिलाफ है।
उन्होंने कहा, संसदीय लोकतंत्र दांव पर है। बंद्योपाध्याय ने आग्रह किया कि प्रधानमंत्री सदन में आएं और बयान दें। उन्होंने कहा, हमने इंतजार किया, लेकिन जब वह नहीं आए, तो हमने आज बहिर्गमन का निर्णय लिया।