नई दिल्ली : तेज बरिश के दिनों में अक्सर सड़कों पर जलभराव और यातायात जाम रहने को जिम्मेदार ठहराते हुए कैब चालक यात्रा को रद्द कर दिया करते थे।
एनसीआर क्षेत्र की रहने वाली 25 वर्षीय राधिका पाराशर ने पानी में छलांग लगाई और नोएडा के सेक्टर 77 स्थित अपने घर पहुंचने के लिए एक उबरमोटो बुक की।
बाइक चालक एक अलग हेल्मेट के साथ कैब के मुकाबले तेज गति से पिक-अप स्थान पर पहुंचा और कैब की तुलना में समय से पहले उन्हें उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचा दिया।
राधिका ही केवल एकमात्र महिला नहीं हैं जिन्होंने बाइक-टैक्सी सेवा की प्रशंसा की है। मेट्रो शहरों में महिलाओं द्वारा इस सेवा को परिवहन का सबसे नया, सबसे तेज, सबसे सुरक्षित और किफायती रूप में देखा जा रहा है।
राधिका ने आईएएनएस को बताया, दिल्ली-एनसीआर में, जहां लोग कई अप्रसिद्ध घटनाओं के कारण कैब सेवा बुक करने को लेकर उलझन में रहते हैं, वहीं उबरमोटो जैसी दुपहिया सेवा आपात स्थिति में काफी अच्छा काम कर रही है, जिसके जरिए कम समय में कहीं भी पहुंचा जा सकता है।
उन्होंने कहा, मेरा पहला अनुभव संतोषजनक रहा था, जिसके बाद से मुझे जब भी जल्दी पहुंचना होता है तो मैं उबर मोटो का प्रयोग करती हूं।
2016 में लॉन्च उबर की बाइक शेयरिंग पहल उबरमोटो ने सार्वजनिक परिवाहन में पहुंच बनाई है और साथ ही साथ वक्त भी बचाती है। सबसे बड़ी बात इसका किफायती होना है। यह यात्रियों को उबर ऐप के जरिए किफायती यात्रा देती है, जिसमें 12 रुपये के साथ किराए की शुरुआत होती है।
उबर के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, उबर का लक्ष्य सभी के लिए सब जगह एक बटन पर सुरक्षित, सस्ती, विश्वसनीय परिवहन प्रदान करना है।
प्रवक्ता ने कहा, उबरमोटो के साथ हमने एक ऐसा उत्पाद पेश किया है, जो लोगों के समझ में आता है और कस्बों के इर्द-गिर्द छोटी दूरी के लिए आसान व किफायती विकल्प मुहैया कराता है। इसके साथ ही यह इसने हजारों रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं।
लॉन्च के एक साल के भीतर राइडशेयरिंग ऐप ने पांच शहरों बेंगलुरू, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हैदराबाद और अहमदाबाद में उबरमोटो पर 20 लाख यात्रा पूरी कर ली है।