बेंगलुरू : कर्नाटक विधानसभा में जनता दल-सेकुलर(जेडी-एस) गठबंधन सरकार के विरुद्ध भाजपा विधायकों के हंगामे की वजह से विधानसभा और विधानपरिषद की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
जैसे ही विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही 10 दिन के बजट सत्र के दूसरे दिन शुरू हुई, भाजपा के विधायक सदनों में अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और सत्तारूढ़ गठबंधन के विरुद्ध नारे लगाने लगे।
सदस्यों ने राज्य की गठबंधन सरकार के पास बहुमत नहीं होने का आरोप लगाते हुए, पद छोड़ो, पद छोड़ो, मुख्यमंत्री पद छोड़ो के नारे लगाए।
विधानसभा में भाजपा सदस्य के लगातार प्रदर्शन जारी रखने और वापस अपनी सीट पर बैठने से मना करने के बाद अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।
विधानसभा परिषद की कार्यवाही भी दोपहर तक स्थगित कर दी गई।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस. येदियुरप्पा ने सदन के बाहर पत्रकारों से कहा, हम इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि जेडी-एस-कांग्रेस गठबंधन के पास बहुमत का समर्थन नहीं है। इस तरह की परिस्थिति में उनके पास बजट पेश करने का नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, उनकी पार्टी हालांकि सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी।
यहां बजट सत्र बुधवार को भाजपा विधायकों के जोरदार प्रदर्शन के बीच शुरू हुआ था, जिसके बाद राज्यपाल वजुभाई वाला को सदन के संयुक्त सत्र के दौरान अपने संबोधन को बीच में ही समाप्त करना पड़ा था।