नई दिल्ली : भारत में आगामी आम चुनावों से पहले फेसबुक पर राजनीतिक विज्ञापनों में और ज्यादा पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से कंपनी ने गुरुवार को टूल लांच किया जो इसके यूजर को विशेष राजनीतिक विज्ञापन डालने वाले व्यक्ति और इस पर खर्च की गई रकम की जानकारी उपलब्ध कराएगा।
फेसबुक ने कहा कि गुरुवार को शुरू हुए इस टूल से राजनीतिक विज्ञापनों को पब्लिश्ड बाई और पेड फॉर बाई जैसे डिस्क्लेमर्स के साथ देख सकेंगे।
डिस्क्लेमर के लिए अधिकृत विज्ञापन दाता विज्ञापन के लिए अपना नाम, उनके द्वारा संचालित पेज या अन्य संस्था का नाम बता सकते हैं।
अगर वे किसी अन्य संस्था का नाम लेते हैं तो फेसबुक उससे फोन नंबर, ईमेल और वेबसाइट या भारत के चुनाव आयोग द्वारा दिए गए मीडिया प्रमाणीकरण और निगरानी समिति प्रमाण पत्र जैसी अतिरिक्त जानकारी मांग सकता है।
फेसबुक के भारत में पब्लिक पॉलिसी के निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने कहा, यह संगठन की प्रमाणिकता जांचने के लिए किया गया है।
फेसबुक ने पहले इस योजना की घोषणा पिछले साल दिसंबर में की थी जब विज्ञापनदाता राजनीतिक विज्ञापन चलाने के लिए अपनी पहचान और लोकेशन की पुष्टि मोबाइल पर करने में सक्षम थे।
फेसबुक ने कहा कि जहां ये प्रक्रियाएं विज्ञापनदाताओं के लिए अभी भी स्वैच्छिक हैं, नए फीचर्स 21 फरवरी से लागू होंगे।
जब कोई व्यक्ति डिस्क्लेमर पर क्लिक करता है तो वे सर्च की जाने वाली विज्ञापन लाइब्रेरी में पहुंच जाते हैं जहां वे विज्ञापन निर्माण, शुरुआत और समाप्ति तारीख और प्रदर्शन डाटा जिसमें इंप्रेशंस, स्पेंड की रेंज तथा विज्ञापन देखने वालों की जानकारी देख सकते हैं।
फेसबुक ने कहा कि डिस्क्लेमर क्रेडेंशियल्स में भी विज्ञापन लाइब्रेरी दिखेगी।