बेंगलुरू/नई दिल्ली : ई-कॉमर्स में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों में संशोधन के बावजूद अमेरिकी रिटेल दिग्गज वालमार्ट और उसकी भारतीय ई-टेलर दिग्गज फ्लिपकार्ट भारतीय बाजार में बड़ा दाव लगाएंगे। कंपनियों ने यह जानकारी दी।
वालमार्ट एशिया और कनाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डिर्क वान बर्घी ने नई दिल्ली में एक बयान में आईएएनएस को बताया, वालमार्ट और फ्लिपकार्ट का भारत के लिए प्रतिबद्धता गहरा और दीर्घकालिक है। नियमों में हुए हालिया बदलाव के बावजूद हम इस देश को लेकर आशावान हैं।
बर्घी रिटेल दिग्गज फ्लिपकार्ट के कार्यकारी उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, कंपनियां भारत के लिए टिकाऊ आर्थिक विकास और टिकाऊ लाभ सृजित करने पर ध्यान केंद्रित करती रहेगी, जिसमें रोजगार सृजन, छोटे व्यापारों और किसानों को समर्थन, और वालमार्ट के वैश्विक बाजारों में भारतीय निर्यात में वृद्धि करना शामिल है।
वालमार्ट ने भारत को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता पर जोर अमेरिकी निवेश बैंक मार्गन स्टेनले की सोमवार की रिपोर्ट के बाद दिया है, जिसमें कहा गया था कि नए एफडीआई नियमों के 1 फरवरी से लागू होने के बाद कंपनी भारतीय बाजार से निकल सकती है।