नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फ्रांस के साथ लड़ाकू जेट राफेल सौदे में सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि वह इस सौदे में समानांतर वार्ता कर रहे थे।
राहुल गांधी ने यहां अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम एक साल से अधिक समय से कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री राफेल घोटाले में सीधे तौर पर शामिल हैं। उन्होंने कहा, आज द हिंदू अखबार ने भी साफ शब्दों में यही खुलासा किया है। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री स्वयं फ्रांस के साथ समानांतर वार्ता कर रहे थे।
युवाओं और सशस्त्र बलों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, यह आपका पैसा है और यह आपके भविष्य के बारे में है। और, यहां यह स्पष्ट है कि मोदी ने आपके पैसे में से 30,000 करोड़ रुपये चुराए हैं और इसे अपने दोस्त (एक भारतीय उद्योगपति) को दे दिया।
राहुल ने यह टिप्पणी द हिंदू द्वारा शुक्रवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद की जिसमें अखबार ने कहा, रक्षा मंत्रालय ने राफेल वार्ता को कमजोर करने के लिए पीएमओ का विरोध किया था।
उन्होंने एक पत्र को पढ़ते हुए कहा, अब मंत्रालय ने खुद कहा है कि हम (प्रधानमंत्री कार्यालय) को सलाह दे सकते हैं कि जो भी अधिकारी भारतीय निगोशिएटिंग टीम का हिस्सा नहीं हैं वे समानांतर वार्ता से बच सकते हैं।
तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को संबोधित रक्षा सचिव के पत्र का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि रक्षा अधिकारी भी इस तरह की वार्ता के खिलाफ थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह मामला अब इससे अधिक और स्पष्ट नहीं हो सकता। यह एकदम साफ नजर आ रहा मामला है जिसमें रक्षा मंत्रालय कह रहा है कि प्रधानमंत्री ने खुद एक समानांतर वार्ता की थी।