पणजी : गोवा कांग्रेस ने शुक्रवार को एक ऑडियो टेप की सच्चाई की जांच को लेकर एक नया राग अलापा। कथित तौर पर टेप में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने दावा किया है कि राफेल विमान सौदे से जुड़ी फाइलें पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने शयन कक्ष में छिपा रखी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने कहा कि सिर्फ संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच से ही मसले की तह में जाने में मदद मिलेगी।
चोडनकर ने आईएएनएस को बताया, गोवा के स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, मुख्यमंत्री मनोहर पर्किर के शयन कक्ष में राफेल की जो फाइलें हैं, वह एक-एक करके घटती जा रही हैं। जेपीसी जांच से इन सारे तथ्यों का खुलासा हो जाएगा और ऑडियो टेप के तथ्यों की पुष्टि हो जाएगी।
ऑडियो क्लिप में राणे और एक स्थानीय पत्रकार को दिखाया गया है, जिसमें राणे ने दावा किया है कि पर्रिकर ने 20 दिसंबर, 2018 को मंत्रिमंडल की बैठक में स्वीकार किया कि राफेल सौदे से जुड़ी फाइलें उनके पास हैं, जिसे लेकर शीतकालीन सत्र के दौरान जनवरी में संसद में शोर-शराबा हुआ।
राणे ने बाद में कहा कि टेप के साथ छेड़छाड़ की गई है, जबकि पर्रिकर इस बात पर कायम रहे कि मंत्रिमंडल की बैठक में इस तरह की कोई बात नहीं हुई।
चोडनकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसलिए जेपीसी जांच से भाग रहे हैं, क्योंकि उन्हें और रहस्य के सामने आने का डर है।
उन्होंने कहा, अगर जेपीसी का गठन होगा तो पूर्व रक्षामंत्री को ऑडियो टेप और उनके जिम्मे की फाइलों को लेकर जांच का सामना करना पड़ेगा।