बेंगलुरू : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई ने मंगलवार को उस ऑडियो टेप की न्यायिक जांच की मांग की, जिसमें पार्टी नेता बी.एस.येदियुरप्पा और जनता दल सेक्युलर (जद-एस) विधायक नगनागौड़ा कांदाकुर के बेटे शरणागौड़ा के बीच कथित बातचीत में राज्य विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार का नाम आया है।
विधानसभा में सत्तारूढ़ व विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच भाजपा विधायक जे. सी. मधुस्वामी ने कहा, अध्यक्ष को ऑडियो टेप की सदन की समिति से जांच या न्यायिक जांच का आदेश देना चाहिए क्योंकि हमें (राज्य) सरकार पर उसकी पुलिस की निगरानी वाली एसआईटी से निष्पक्ष जांच को लेकर विश्वास नहीं है।
मधुस्वामी के सुर में सुर मिलाते हुए अन्य भाजपा विधायक सुरेश कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी को डर है विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच से उनके सदस्यों के ही खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कुमार ने अध्यक्ष से कहा, इसलिए, हम ऑडियो टेप की न्यायिक जांच का आग्रह करते हैं।
अध्यक्ष के दिशा-निर्देश पर मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को ऑडियो टेप की एसआईटी जांच का आदेश दिया था। यह टेप आठ फरवरी को जारी हुआ था, जिसमें खुलासा हुआ कि येदियुरप्पा कथित रूप से कांदाकुर को भाजपा में शामिल करने के लिए प्रलोभन देने का प्रयास कर रहे हैं।
अध्यक्ष ने अगले 15 दिनों में जांच रिपोर्ट मांगी है। भाजपा की मांग को खारिज करते हुए रमेश कुमार ने कहा कि एसआईटी जांच वांछनीय है क्योंकि न्यायिक जांच में देरी होगी। उन्होंने मुद्दे पर सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्यों द्वारा बहस के दौरान आरोप-प्रत्यारोप को देखते हुए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।