लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को उन्हें प्रयागराज जाने से रोकने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और उन पर विधानसभा व सड़कों पर प्रयोग की जाने वाली भाषा के लिए हमला बोला।
अखिलेश, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ के एक समारोह में शिरकत करने वाले थे।
एक चार्टेड विमान में सवार होने से विफल रहने के बाद विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया से मुखातिब हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस भय के कारण जानबूझकर संकट पैदा किया कि वह राज्य व केंद्र सरकार का और अधिक पर्दाफाश करेंगे।
उन्होंने कहा, मैंने पिछले साल दिसंबर में अपने कार्यक्रम के बारे में विश्वविद्यालय को सूचित कर दिया था। दो फरवरी को जिला प्रशासन को एक पत्र भेज दिया गया था क्योंकि मैं कुंभ के दौरान किसी प्रकार की असुविधा नहीं चाहता था। लेकिन, मुझे उन समस्याओं के बारे में जानकारी नहीं दी गई जिनका अब सरकार हवाला दे रही है।
उन्होंने सरकार पर उनके घर की निगरानी करने, प्रयागराज में समारोह स्थल के समीप धमाके करने और छात्र संघ अध्यक्ष के कार्यालय को जलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
अखिलेश ने कहा, जब कानून व्यवस्था में बाधा पैदा करने की आशंका विफल रही तो उन्होंने मुझे प्रयागराज जाने वाले विमान में चढ़ने से रोक दिया।
मुख्यमंत्री के सपा को बदमाशों की पार्टी के आरोप को दरकिनार करते हुए यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि मेरे ऊपर कभी किसी भी अपराध में कोई मामला क्या दर्ज हुआ है या निर्वाचन आयोग की किताब में मेरा कोई बुरा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है?
अखिलेश ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ देश के पहले व्यक्ति होंगे, जिसने अपने खिलाफ कई आपराधिक मामलों में खुद को बरी किया होगा।
इस बीच, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने विधानसभा में इस घटना को लेकर जमकर हंगामा किया। बाद में उन्होंने राजभवन की ओर मार्च भी निकाला।