प्रयागराज : समाजवादी पार्टी (सपा) के हजारों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को यहां सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया।
उन्होंने यह प्रदर्शन पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने से रोकने के लिए उन्हें विमान में सवार होने से रोकने के फौरन बाद किया।
जैसे ही यह खबर फैली कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को योगी आदित्यनाथ सरकार ने कानून-व्यवस्था की समस्याओं का हवाला देते हुए लखनऊ से प्रयागराज के लिए उड़ान भरने से रोक दिया, कार्यकर्ता लाल रंग की पार्टी की टोपी पहनकर सड़कों पर उतर गए और मोदी विरोधी व योगी विरोधी नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव, फूलपुर के सांसद नागेंद्र पटेल और गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद कर रहे थे।
जिले के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि प्रयागराज में विशेष रूप से उच्च न्यायालय परिसर के पास भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी ड्यूटी पर रखा गया है।
पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग करने की भी खबरें हैं। पथराव के कारण कुछ गाड़ियों के शीशे टूट गए।
इसी तरह का विरोध बदायूं, संभल, मैनपुरी और एटा सहित कई अन्य स्थानों पर भी हुआ।
विमान में नहीं सवार होने देने के बाद अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय में मीडिया को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जानबूझकर ऐसा किया है क्योंकि उसे डर है कि वह राज्य और केंद्र सरकार को बेनकाब कर देंगे।
उन्होंने कहा, मैंने पिछले साल दिसंबर में अपने कार्यक्रम के बारे में विश्वविद्यालय को सूचित किया था। दो फरवरी को जिला प्रशासन को एक पत्र भेजा गया था क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि चल रहे कुंभ के दौरान कोई असुविधा हो। लेकिन, मुझे उस समस्या के बारे में सूचित नहीं किया गया था जिसका सरकार अब हवाला दे रही है।
इसके जवाब में, आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा का अराजकता का इतिहास है और यह निर्णय हिंसा के खतरे के आकलन के आधार पर जिला प्रशासन द्वारा लिया गया।