चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को विधानसभा के समीप कुछ किसानों के साथ शिरोमणि अकाली दल द्वारा विरोध प्रदर्शन को आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर एक तुच्छ राजनीतिक स्टंट करार दिया।
बजट सत्र के पहले दिन सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान अकाली दल और लोक इंसाफ पार्टी के विधायकों द्वारा बाहर चले जाने पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल ने अपने खुद के शासन (2007-2017) के दौरान 10 वर्षो तक किसानों के लिए कुछ नहीं किया और अब वे किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर उन्हें गुमराह करने के एक हताशा भरे प्रयास में सभी तरह के हथकंड़े अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पहले ही अपनी कर्ज राहत योजना के साथ 5.83 लाख किसानों की मदद कर चुकी है और जल्द ही इसके दायरे में राज्य के सभी 10.25 लाख छोटे व सीमांत किसान आएंगे।
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद अनौपचारिक रूप से मीडिया के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, इन प्रयासों को कमजोर करने की अकालियों की कोशिश उन पर ही हावी होगी। विपक्ष का सदन से बाहर चले जाना राज्य के प्रमुख के खिलाफ स्पष्ट रूप से बदतमीजी है।
उन्होंने कहा, विपक्ष के साथ समस्या है कि उसके पास सदन में उठाने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं है और वे गैर-मुद्दों पर शोर मचाकर लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं।