नई दिल्ली : लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) व तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा विभिन्न मुद्दों को लेकर हंमागे के बाद दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद सपा सदस्य धर्मेद्र यादव अपनी जगह पर खड़े हो गए और प्रयागराज में मंगलवार को पुलिस द्वारा अपने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं पर किए गए लाठी चार्ज के मुद्दे को उठाया।
यह लाठीचार्ज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सपा प्रमुख अखिलेश यादव को शहर की यात्रा की इजाजत देने से इनकार करने पर विरोध प्रदर्शन शुरू किए जाने के दौरान किया गया। धर्मेद्र यादव के माथे पर सफेद पट्टी लगी थी, जिसमें खून व दवा के निशान दिख रहे थे।
सांसद धर्मेद्र यादव ने कहा कि उनके विधायकों को पीटा गया और उन पर व उनके सहयोगियों पर हमला किया गया था।लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी। महाजन ने कहा कि यादव को बाद में समय दिया जाएगा, इस पर धर्मेद्र यादव ने विरोध जताया।
वह लोकसभा अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गए। उनके साथ सपा के सदस्य व अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी एकत्र हो गईं।
तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सदस्य भी इसके बाद विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र के खिलाफ नारेबाजी करने के लिए। तृणमूल के सदस्य मोदी किल्स डेमोक्रेसी के नारे लगा रहे थे।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल की कार्यवाही संचालित करने की कोशिश की। लेकिन, हंगामे की वजह से उन्हें सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करने को बाध्य होना पड़ा।