लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) और उसकी सहयोगी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की और उन्हें चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को रोके जाने के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे से राज्यपाल को अवगत कराया और विरोध दर्ज कराया। उन्होंने सपा नेता के साथ किए गए व्यवहार को लोकतांत्रिक और राजनीतिक अधिकारों का हनन बताया।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने पहले ही योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्रवाई की आलोचना कर चुकी हैं और उन्होंने इसे राज्य भर में दोनों दलों के राजनीतिक आंदोलन को विफल करने की साजिश बताया।
अखिलेश यादव को मंगलवार को एक निजी चार्टर्ड विमान से प्रयागराज में छात्र संघ के एक कार्यक्रम में भाग लेने जाना था जिसे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने अस्वीकार कर दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ में जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा अपने घर वापस जाने के लिए कहा गया क्योंकि इलाहाबाद प्रशासन ने कहा था कि सपा नेता के विश्वविद्यालय परिसर दौरे से कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है।
इस घटना के बाद समूचे राज्य में सपा कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए और यातायात बाधित की तथा सरकारी संपत्ति पर हमले किए।