नई दिल्ली : राज्यसभा को बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा की ओर से लेखानुदान, वित्त विधेयक और विनियोग विधेयक को लोकसभा को लौटा दिया गया जबकि पर्सनल लॉ संशोधन विधेयक को पारित कर दिया।
सरकार तीन तलाक विधेयक व नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित नहीं करा सकी। सदन को अंतिम दिन भी बार-बार स्थगित करना पड़ा। मंत्री राम विलास पासवान ने उपभोक्ता संरक्षण विधेयक को विचार व पारित करने के लिए पेश किया। लेकिन, कुछ सांसदों ने इस पर आपत्ति की और इस विधेयक को संघीय स्वतंत्रता का अतिक्रमण बताया।
इस विधेयक को पारित नहीं किया जा सका। बजट सत्र के दौरान ऊपरी सदन में सात फीसदी कामकाज हुआ और ज्यादातर समय हंगामे की भेंट चढ़ गया।