स्ट्रासबर्ग : इटली के प्रधानमंत्री गियुसेप्पे कोंटे ने कहा है कि यूरोपीय संघ के देशों को नौका से भारी संख्या में आ रहे प्रवासियों का बोझ जरूर साझा करना चाहिए, जैसा कि पिछले साल जून में नेताओं ने इस पर सहमति जताई थी।
कोंटे ने मंगलवार को स्ट्रॉसबर्ग में यूरोपीय संसद को बताया, प्रवासन को अकेले नहीं संभाला जा सकता। हमें संयुक्त प्रयासों की जरूरत है, जैसा कि पिछले साल जून में यूरोपीय परिषद की बैठक में निष्कर्ष निकला था।
कोंटे ने तर्क दिया कि यूरोपीय संघ इस सोच को लेकर भ्रम की स्थिति में है कि प्रवासन के मुद्दे को इसके तटरक्षकों और बाहरी सीमा एजेंसी फ्रोंटेक्स को बढ़ावा देकर हल किया जा सकता है।
पिछले साल इटली पहुंचे प्रवासियों की संख्या में नाटकीय रूप से गिरावट के बावजूद, आंतरिक मामलों के मंत्री मात्तेओ साल्विनी द्वारा विवादास्पद रूप से उन्हें आश्रय देने के लिए सहमति देने से तबतक इंकार कर दिया गया, जबतक कि अन्य देश उन्हें शरण देने के लिए राजी नहीं हो जाते, जिसके चलते वे कई दिनों तक भूमध्यसागर में फंसे रहे थे।