नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कैग की रिपोर्ट के बावजूद कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा राफेल सौदे पर हस्ताक्षर आगामी लोकसभा चुनाव में मुद्दा बना रहेगा।
कैग की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान खरीद के बारे में सरकार की लेखा रिपोर्ट को आगामी चुनाव से पहले सदन के अंतिम सत्र के अंतिम दिन पेश किया गया और सांसदों को इसका अध्ययन करने का समय नहीं मिला।
कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का राफेल सौदा संप्रग के सौदे से 2.86 प्रतिशत सस्ता है। हालांकि, कैग ने 36 लड़ाकू विमानों की वास्तविक कीमत नहीं बताई।
उन्होंने कहा, रिपोर्ट लोक लेखा समिति (पीएसी) द्वारा जांची जाएगी और समिति कैग से पूछेगी कि किस आधार पर वह इस नतीजे पर पहुंचे।
सिंह ने कहा, मामले का लब्बोलुआब यह है कि सौदे में नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया गया।
सिंह ने यह भी कहा कि सौदे ने सरकार के स्वामित्व वाले हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से मौका छीन लिया।
उन्होंने कहा, विपक्षियों के पास कैग की रिपोर्ट पर संदेह करने का कारण है क्योंकि बीते साढ़े चार वर्षो में इस सरकार के कार्यकाल में सीबीआई जैसी कई संवैधानिक संस्थाओं को अपने कामकाज में इस तरह के समझौते करने पड़े हैं जैसे पहले कभी नहीं करने पड़े थे।
दिग्विजय के बयान का समर्थन करते हुए वरिष्ठ समाजवादी नेता रामगोपाल यादव ने भी कहा कि प्रथमदृष्टया लगता है कि सरकार गलत है।