नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन करने के लिए लगभग ना कह दिया है।
लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा, उन्होंने (कांग्रेस ने) गठबंधन के लिए लगभग ना कह दिया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए आतुर हैं, उन्होंने कहा, हम पूरे देश की स्थिति को देख रहे हैं- कैसे बीते पांच वर्षो में इसे नुकसान पहुंचाया गया है। हम चिंतित हैं। गठबंधन के लिए आतुर होने की वजह देश को बचाना है।
उन्होंने कहा कि वह विश्वास करते हैं कि पूरे देश के प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में भाजपा के खिलाफ एक ही उम्मीदवार होना चाहिए क्योंकि तीसरा उम्मीदवार भाजपा विरोधी मतों को खा जाएगा, जिससे सत्तारूढ़ पार्टी को फायदा होगा।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि देश एक चुनौती का सामना कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अवश्य ही हटाया जाना चाहिए। इसके लिए महत्वपूर्ण है कि पूरे देश में हर जगह भाजपा के विरुद्ध केवल एक उम्मीदवार को खड़ा किया जाए, ताकि भाजपा-विरोधी मतों में विभाजन नहीं हो। सभी को यह समझना चाहिए।
उन्होंने कहा, अगर दिल्ली में भाजपा के विरुद्ध दो उम्मीदवार लड़ेंगे, तो भाजपा को फायदा होगा। अगर उत्तरप्रदेश में सपा-बसपा को छोड़कर तीसरा उम्मीदवार लड़ेगा तो इससे भाजपा को लाभ मिलेगा। सभी पार्टियों को इसे समझना चाहिए।
इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच एक संभावित चुनावी गठबंधन हो सकता है।
राहुल गांधी और केजरीवाल के बीच बैठक बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार के घर पर अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं की मौजूदगी में हुई।