नई दिल्ली : जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा लिखे गए एक पत्र के अनुसार कश्मीर पुलिस ने आठ फरवरी को सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, सेना और वायु सेना को आईईडी हमले की संभावना की खुफिया सूचना दे दी थी।
यह पता नहीं चला है कि पूर्व में चेतावनी जारी होने के बावजूद सीआरपीएफ ने 2,547 सुरक्षा बलों के साथ 78 वाहनों के काफिले को जम्मू स्थित आवाजाही शिविर से 270 किलोमीटर दूर स्थित श्रीनगर जाने की अनुमति क्यों दे दी।
राज्य में आतंकवाद की शुरुआत के बाद हुए अब तक के सबसे घातक हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 45 जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए। गुरुवार दोपहर जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने उन्नत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से भरे अपने वाहन को सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही एक बस से टकरा दिया था।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक के हवाले से भेजी गई खुफिया जानकारी में सुरक्षा एजेंसियों को किसी स्थान पर जाने या तैनाती से पहले उस स्थान को सही से जांचने के लिए कहा गया था क्योंकि खुफिया जानकारी में आईईडी के उपयोग की संभावना जताई गई थी।
आईएएनएस को प्राप्त अति आवश्यक पत्र सीआरपीएफ के दक्षिण श्रीनगर के उप महानिरीक्षक, सीआरपीएफ के उत्तर श्रीनगर के डीआईजी, सीआरपीएफ के उत्तर कश्मीर में बारामूला के डीआईजी, सीआरपीएफ के दक्षिण कश्मीर में अवंतीपोरा के डीआईजी, सीआरपीएफ के दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग के डीआईजी, कश्मीर में सशस्त्र सीम बल के दक्षिणी मुख्यालय के डीआईजी (विशेष अभियान) और कश्मीर जोन में सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को भेजा गया था।
यह सूचना सीआरपीएफ के कश्मीर ऑपरेशन सेक्टर में महानिरीक्षक (आईजी), सीआरपीएफ के श्रीनगर सेक्टर के आईजी, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कश्मीर मुख्यालय के आईजी, कश्मीर जोन के सभी रेंजों के पुलिस उप महानिरीक्षकों, श्रीनगर स्थित 15 कोर्प्स में ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ (ऑपरेशंस), इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के डीआईजी, वायु सेना, केंद्रीय औद्योगिकी सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कमांडेंट और श्रीनगर स्थित नियंत्रण कक्ष में सशस्त्र पुलिस के एसएसपी को भी दी गई थी।
पत्र में यह भी लिखा था कि यह सभी संबंधित लोगों को संबोधित है। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावार ने गुरुवार को विस्फोटकों से भरी अपनी एसयूवी को पुलवामा जिले में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ की एक बस में टक्कर मारकर विस्फोट कर दिया था जिसमें 49 लोगों की मौत हो गई। यह हमला गुरुवार दोपहर लगभग 3.15 पर हुई।
बाद में जैश ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए आत्मघाती हमलावर कमांडर आदिल अहमद दार की एक वीडियो क्लिप जारी की। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यहां से 30 किलोमीटर दूर स्थित लेथपोरा में हमला करने से पहले का है।
इस विनाशकारी हमले में, जिसमें लगभग 200 किलोग्राम विस्फोटक के उपयोग की बात की जा रही है, सीआरपीएफ की बस पूरी तरह क्षत-विक्षत हो गई और कई सैनिकों के शरीर के परखच्चे उड़ गए। विस्फोटक में आरडीएक्स की संभावना जताई जा रही है।
सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने जिस बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया था वह पूरी तरह नष्ट हो गई थी वहीं सीआरपीएफ के अन्य वाहन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, यह तो सोचना ही मुश्किल है कि उस बस में सवार कोई व्यक्ति बच सकता है।
पाकिस्तान समर्थित अलगाववादियों के 1989 में सक्रिय होने के बाद जम्मू एवं कश्मीर में यह सबसे बड़ा एकल हमला है। यह 18 सितंबर 2016 को उरी सैन्य कैंप में हुए आतंकवादी हमले के बाद सबसे बड़ा हमला है जिसमें 19 सैनिकों की मौत हो गई थी। उसके बाद दिल्ली को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने पर मजबूर होना पड़ा था।
अधिकारियों ने कहा कि खराब मौसम के कारण पिछले दो दिनों से श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के बंद रहने के बाद गुरुवार को इतनी ज्यादा संख्या में सीआरपीएफ जवान एक साथ जा रहे थे।