श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए मुठभेड़ में भारतीय सेना के मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए। इस दौरान जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का दो आतंकवादी भी मारा गया और एक नागरिक की भी मौत हो गई।
मुठभेड़ जिस जगह हुई वह कुछ दिनों पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के स्थान से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर ही है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, मारे गए जेईएम आतंकवादियों में एक शीर्ष कमांडर है जो पाकिस्तान का रहने वाला है।
पिंगलेना गांव में रविवार रात हुई मुठभेड़ में मेजर के अलावा तीन जवान भी शहीद हुए हैं और नागरिक की भी मौत हुई है जिसकी पहचान मुश्ताक अहमद के रूप में हुई है।
मुठभेड़ रविवार देर रात शुरू हुई जब सुरक्षा बलों, राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों की यहां छिपे होने की खुफिया सूचना मिलने के बाद पिंगलेना गांव को घेर लिया।
कालिया ने कहा, घेराबंदी जैसे ही कड़ी हुई छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गया।
इससे पहले पिछते सप्ताह पुलवामा में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 49 जवान शहीद हुए थे।