चंडीगढ़ : यहां स्थित भारतीय वायु सेना स्टेशन को अमेरिका से आने वाले पहले 10 टन वजन क्षमता वाले चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर्स के लिए तैयार किया जा रहा है।
डबल-रोटर वाले चिनूक हैलीकॉप्टर, जिनमें चार हेलीकॉप्टर अर्धनिर्मित स्थिति में गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में पहुंच चुके हैं। इन विमानों के चंडीगढ़ लाए जाने की संभावना है।
भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, यहां दोबारा तैयार करने, विशेष रूप से ट्विन ब्लेड्स लगाने के बाद चिनूक इस मार्च के अंत तक हेलीकॉप्टर बेड़े में शामिल हो जाएगा।
कई सालों तक रूस के भारी भरकम एमआई-26 हेलीकॉप्टर उड़ाने वाले फेदरवेट्स (सं. 126 हैलीकॉप्टर फ्लाइट) चंडीगढ़ बेस से चिनूक हेलीकॉप्टर उड़ाएंगे।
पहले चार चिनूक हेलीकॉप्टरों के स्वागत के लिए वायु सेना बेस में तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इनमें चिनूक हेलीकॉप्टरों के लिए रीफर्बिश्ड हैंगर्स और रख-रखाव सुविधाएं भी शामिल हैं।
चंडीगढ़ एक सैन्य हवाईअड्डा है जहां से व्यावसायिक उड़ानें भी संचालित होती हैं।
अधिकारी ने कहा, चंडीगढ़ में सात चिनूक हेलीकॉप्टर लाए जाएंगे।
भारत ने सितंबर 2015 में विमान निर्माता कंपनी बोइंग से 22 एएच-64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर और 15 सीएच-47एफ चिनूक हेलीकॉप्टर खरीदने के सौदे को अंतिम रूप दिया था। दोनों मॉडल इन हेलीकॉप्टरों के नवीनतम हैं।
भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर के पायलटों को पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के डेलावर में चिनूक हेलीकॉप्टरों को उड़ाने का प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा गया था।