पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) द्वारा आयोजित मैट्रिक (10 वीं) की परीक्षा गुरुवार से प्रारंभ हो रही है। इस वर्ष इस परीक्षा में राज्य भर के 16 लाख 60 हजार 609 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें छात्राओं की संख्या 8 लाख 37 हजार 75 है। राज्य भर में परीक्षार्थियों के लिए 1,418 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
परीक्षा को लेकर बीएसईबी ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बुधवार को बताया कि 28 फरवरी तक चलने वाली इस परीक्षा को कदाचारमुक्त बनाने के लिए कई बदलाव किए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर 200 मीटर की परिधि में किसी भी अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा। परीक्षा केंद्र में जूता-मोजा पहनकर प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र की मूल प्रति और पेन के सिवा कुछ भी ले जाना वर्जित रहेगा। केंद्राधीक्षक के अलावा किसी भी पदाधिकारी, कर्मचारी और वीक्षक को मोबाइल के साथ प्रवेश वर्जित रहेगा।
उन्होंने बताया कि 12 वीं (इंटरमीडिएट) परीक्षा की तर्ज पर इस बार मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट पर परीक्षार्थियों का नाम, रोल नंबर, रौल कोड और विषय कोड प्रिंटेड मिलेगा। किसी प्रकार की इलेक्ट्रनिक डिवाइस लेकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश वर्जित रहेगा।
इधर, राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि मैट्रिक की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से हो इसके लिए सरकार संकल्पित है।
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