चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को राजनीतिक लाभ के लिए सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण बंद करने का आह्वान किया।
चुनाव प्रचार के लिए रक्षा कर्मियों से संबंधित तस्वीरों के प्रयोग के खिलाफ निर्वाचन आयोग (ईसी) के निर्देश का स्वागत करते हुए अमरिंदर ने कहा, सेना के राजनीतिकरण के जरिए लाभ उठाना गलत है।
1960 के दशक में सेना में कैप्टन के रूप में सेवा दे चुके अमरिंदर ने यहां एक बयान में कहा, अच्छा है कि चुनाव आयोग ने चुनावी लाभ के लिए इस तरह के तस्वीरों के शर्मनाक प्रयोग पर संज्ञान लिया है, विशेषकर हाल ही में नियंत्रण रेखा पार वायुसेना की हवाई कार्रवाई के मद्देनजर। राजनीतिक दलों को सेना के राजनीतिकरण के किसी भी प्रयास से रोका जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, सशस्त्र बल जाति, धर्म या राजनीतिक संबद्धता जैसे सभी तुच्छ विचारों से ऊपर हैं और अगर भारत को एक स्वतंत्र संप्रभु देश बने रहना है तो इसे ऐसे ही रखा जाना चाहिए।
सिंह सशस्त्र बलों की स्वतंत्रता के प्रबल समर्थक रहे हैं।
अमरिंदर ने कहा कि सेना के कामकाज में किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप सुरक्षा व राष्ट्र और उसके लोगों के लिए बड़ा हानिकारक साबित होगा।
उन्होंने कहा, सशस्त्र बलों पर राजनीतिक नियंत्रण किसी देश और उसके भविष्य पर विनाशकारी प्रभाव डाल सकता है, ठीक वैसे ही जितना कि सेना द्वारा राजनीति में इसका हस्तक्षेप।
सिंह ने राजनीतिक दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि वैसी गलती न करें जैसी कि अन्य देशों ने अपने संकट के वक्त की थी।
उन्होंने चेताया कि सशस्त्र बल हमारे देश के प्रमुख संस्थान हैं और उनके अधिकारों में किसी प्रकार का हस्तक्षेप हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।