नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत राजस्व संग्रह बीते महीने मार्च में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 15 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 1.06 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त मंत्रालय अनुसार, जीएसटी राजस्व संग्रह मार्च में 1,06,577 करोड़ रुपये हुआ, जोकि जीएसटी लागू होने के बाद से अब तक सबसे ऊंचा मासिक संग्रह का स्तर है।
पिछले साल मार्च में जीएसटी राजस्व संग्रह 92,167 करोड़ रुपये हुआ था जिसके मुकाबले बीते महीने राजस्व संग्रह में 15.6 फीसदी का इजाफा हुआ है।
मार्च के जीएसटी संग्रह में सीजीएसटी संग्रह 20,353 करोड़ रुपये, एसजीएसटी संग्रह 27,520 करोड़ रुपये, आईजीएसटी संग्रह 50,418 करोड़ रुपये (इसमें आयात पर संग्रहित 23,521 करोड़ रुपये भी शामिल है।) और उपकर 8,286 करोड़ रुपये (इसमें आयात पर संग्रहित 891 करोड़ रुपये भी शामिल है।)
फरवरी महीने के लिए 31 मार्च तक कुल 75.95 लाख जीएसटीआर 3बी रिटर्न दाखिल किए गए।
वित्त वर्ष 2018-19 की अंतिम तिमाही में राजस्व संग्रह में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 14.3 फीसदी का इजाफा हुआ। वित्त वर्ष के आखिरी महीने में अस्थायी निपटान के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को कुल 47,614 करोड़ रुपये सीजीएसटी के लिए और 51,209 करोड़ रुपये एसजीएसटी के लिए प्राप्त हुए।
वित्त वर्ष 2018-19 में जीएसटी राजस्व का मासिक औसत 98,114 करोड़ रुपये रहा जोकि वित्त वर्ष 2017-18 के मुकाबले 9.2 फीसदी अधिक है।