नई दिल्ली : पूरे देश में मतदाताओं के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है, लेकिन बेरोजगारों का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस मुद्दे से अच्छे से निपट सकती है।
सीवोटर-आईएएनएस के हालिया चुनाव सर्वेक्षण से पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेरोजगारों के बीच में सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण है बात है कि रोजगार संकट सबसे बड़े मुद्दे के तौर पर फिर से सामने आया है। इससे पहले ज्यादातर मतदाताओं ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले के बाद हुए सर्वेक्षणों में देश की सुरक्षा को सबसे बड़ा मुद्दा बताया था।
यह सर्वेक्षण समाज के व्यापक तबके को शामिल कर किया गया है। इसमें बेरोजगारों से लेकर गृहणियां, भूस्वामी किसान, भूमिहीन कृषि मजदूर, सरकारी कर्मी, निजी कर्मचारी व स्वरोजगार करने वाले शामिल हैं।
सर्वे में 34.8 फीसदी बेरोजगार उत्तरदाताओं ने बेरोजगारी को सबसे महत्वपूर्ण समस्या बताया। 27.4 फीसदी निजी कर्मियों, 25.5 फीसदी स्वरोजगार करने वालों व 20.5 फीसदी गृहणियों ने भी बेरोजगारी को मुख्य समस्या बताया।
सिर्फ 0.4 फीसदी बेरोजगारों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा मुख्य समस्या है। समाज के विभिन्न वर्गो में राष्ट्रीय सुरक्षा ने एक फीसदी से भी कम लोगों का ध्यान खींचा।
लेकिन, आतंकवादी हमलों को लेकर 10.4 फीसदी बेरोगारों ने चिंता जताई, जबकि 13.6 फीसदी जमीन मालिक किसानों व 14.3 फीसदी सरकारी कर्मचारियों ने इसे मुख्य समस्या माना।
बेरोजगारी के अलावा बेरोजगारों, गृहणियों व भूमिहीन मजदूरों ने परिवार की आय व गरीबी को प्रमुख मुद्दा माना।
सर्वेक्षण में पाया गया कि अधिकांश बेरोजगार युवाओं, जिन्होंने रोजगार को लेकर सबसे ज्यादा चिंता जताई थी, का मानना है कि भाजपा एक पार्टी के तौर पर इस मुद्दे का सबसे अच्छे से निपटारा कर सकती है। 42.1 फीसदी बेरोजगारों ने कहा कि वह भाजपा को तरजीह देते हैं।