सिलिगुड़ी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पड़ोसी देशों के शरणार्थियों को न्याय का भरोसा दिया और कहा कि उत्तर बंगाल में गोरखा समुदाय को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वह घुसपैठियों को किसी कीमत पर नहीं बख्शेंगे।
मोदी ने 1947 में देश के विभाजन का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, जिस तरह से मोदी ने नक्सलियों व आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की है, उसी तरह से मोदी घुसपैठियों को छोड़ने नहीं जा रहे हैं। दूसरी तरफ यह चौकीदार शरणार्थियों से न्याय करेगा, जो कांग्रेस के ऐतिहासिक चूक के पीड़ित हैं।
मोदी ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि दार्जिलिंग हिल्स में एनआरसी को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा, मैं इस मंच से सभी गोरखा भाइयों व बहनों को भरोसा देना चाहता हूं कि आप में से किसी को भी एनआरसी की वजह से असुविधा नहीं होगी।
तीन दिन पहले भाजपा ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर दार्जिलिंग हिल्स में गोरखा समुदाय में एनआरसी के प्रभाव को लेकर भ्रामक सूचना फैलाने का आरोप लगाया था।
भाजपा सचिव राहुल सिन्हा ने कहा था, तृणमूल उत्तर बंगाल में कुछ स्थानीय नेताओं के जरिए एक झूठा अभियान चला रही है। वे लोगों से कह रहे हैं कि अगर बंगाल में एनआरसी लागू हुआ तो पहाड़ी क्षेत्रों में रह रहे गोरखा लोगों को राज्य छोड़ना होगा।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिनय तमांग की अगुवाई वाले तृणमूल समर्थक गुट का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि वह उन लोगों को चेतावनी दे रहे हैं, जो तृणमूल के पेरोल पर हैं और आतंक फैला रहे हैं, उनके दिन खत्म हो गए हैं।
उन्होंने कहा, जब भाजपा सत्ता में आएगी तो निर्दोष लोगों को परेशान करने वालों को कानून को जवाब देना होगा।
मोदी ने कहा कि अपराधियों व घुसपैठियों का गठजोड़ पश्चिम बंगाल में ज्यादा समय तक जारी नहीं रहेगा। उन्होंने लोगों से लोकसभा चुनाव में निडर होकर मतदान करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, मैं भाजपा पदाधिकारियों से अपनी जमीनी पकड़ बनाए रखने का आग्रह करता हूं। हम आपके साथ हैं।