त्रिपोली : संयुक्त राष्ट्र समर्थित लीबिया के प्रधानमंत्री फायेज अल-सिराज ने रविवार को त्रिपोली बचाने का संकल्प लिया। इस बीच विद्रोहियों की सेना पूर्व से राजधानी की तरफ बढ़ रही है।
बीबीसी के अनुसार, प्रधानमंत्री ने एक टेलीविजन संबोधन में जनरल खलीफा हफतार और उनकी लीबियन नेशनल आर्मी एलएनए के तख्तापलट अभियान की निंदा की है और कहा है कि उनके सैनिकों का डटकर मुकाबला किया जाएगा।
उन्होंने कहा, हमने शांति की तरफ अपने हाथ बढ़ाए थे, लेकिन हफतार के सैनिकों के हमले के बाद अब उन्हें कड़े प्रतिरोध का सामना करना होगा।
अल-सिराज ने कहा कि उन्होंने रक्तपात से बचने के लिए जनरल हफतार को रियायत की पेशकश की थी, लेकिन वह पीठ में छुरा भोकने जैसा ही रहा।
हफतार ने चार अप्रैल को अपने बलों को त्रिपोली की तरफ बढ़ने का आदेश दिया था। एलएनए शहर के दक्षिण और पश्चिम से हमले कर रही है।
विद्रोही राजधानी के बाहरी हिस्से तक पहुंच गए हैं और उनका कहना है कि उन्होंने त्रिपोली अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कब्जा कर लिया है।
हालांकि अल-सिराज की राष्ट्रीय समझौता सरकार (जीएनए) के वफादार बलों ने विद्रोहियों को आगे बढ़ने से रोक दिया है। जीएनए विमानों ने त्रिपोली के दक्षिण 50 किलोमीटर दूर शनिवार को भीषण हवाई हमले किए थे।
तानाशाह मुअम्मार गद्दाफी को अपदस्थ किए जाने के बाद से ही लीबिया में अशांति बनी हुई है। देश में दर्जनों मिलिशिया संचालित हैं, जो या तो संयुक्त राष्ट्र समर्थित जीएनए से संबद्ध हैं, या एलएनए से। एलएनए एक सख्त इस्लाम विरोधी बल है, जिसे मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात का समर्थन प्राप्त है और यह पूर्वी लीबिया में काफी मजबूत है।
संयुक्त राष्ट्र समर्थित वार्ता 14-16 अप्रैल तक लीबियाई शहर घाडामेस में प्रस्तावित है, जिसका उद्देश्य नए चुनाव के लिए एक खाका तैयार करना है।