लंदन : सुपरस्टार शाहरुख खान को लगता है कि भारत में महिलाओं के लिए लोगों की मानसिकता बेहतर हो रही है। उनका कहना है कि फिल्म उद्योग में महिला कलाकारों के लिए काफी सकारात्मक बदलाव हुए हैं।
अभिनेता ने बीबीसी एशियन नेटवर्क को दिए साक्षात्कार में भारतीय मनोरंजन उद्योग में बदलती लैंगिक विचारधारा पर अपने विचार व्यक्त किए। वे लंदन स्थित द यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ में डॉक्टरेट ऑफ फिलेंथ्रॉपी की मानद उपाधि लेने के लिए लंदन में थे।
बीबीसी एशियन नेटवर्क के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर एक वीडियो में शाहरुख कह रहे हैं, महिलाओं की भूमिकाएं और कार्यस्थल पर महिलाओं के प्रति आपकी सोच में सकारात्मकता आ रही है।
उन्होंने कहा, यहां कुछ विसंगतियां, उतार-चढ़ाव भी आएंगे। ऐसा भी समय था कि जब मैं 1990 के दशक में काम करता था तो अगर किसी महिला की शादी हो जाती थी, तो आम तौर पर उसे वापसी करने और फिल्म में काम करने का मौका नहीं मिलता था।
अभिनेता ने कहा, लेकिन अब वे शादीशुदा हैं और फिल्मों में अभिनय कर रही हैं और यह अच्छी बात है। मुझे लगता है कि फिल्म उद्योग में महिला कलाकारों के लिए कई सकारात्मक काम हुए हैं।
फिल्मों की बात करें तो शाहरुख अपने सुपरस्टार स्टेटस और व्यापक प्रशंसकों के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर पिछले कुछ समय से असफल रहे हैं। दिलवाले, फैन, रईस, जब हैरी मेट सेजल और पिछले साल आई जीरो में शाहरुख अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे।
डियर जिंदगी में कुछ राहत भरी खबर जरूर आई लेकिन यह फिल्म आलिया भट्ट के किरदार कियारा के सफर की कहानी है और शाहरुख के किरदार का ज्यादातर काम कियारा को खुशी तलाशने में मदद करना था। शाहरुख को हिट फिल्म ए दिल है मुश्किल में भी विशेष और संक्षिप्त भूमिका में भी देखा गया।