पटना : लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के मतदान के पहले बिहार में मुख्य विपक्षी दल और विपक्षी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने यहां सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। ‘प्रतिबद्घता पत्र’ के नाम से जारी इस घोषणा पत्र में ताड़ी (एक प्रकार का पेय पदार्थ) बिक्री और सेवन को वैध करने तथा प्रमोशन में आरक्षण देने का वादा किया गया है।
राजद के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में ‘प्रतिबद्धता पत्र’ जारी करते हुए कहा कि केंद्र सरकार में अगर उनकी सहभागिता होती है तो 2021 में जातिगत जनगणना करवाया जाएगा।
घोषणा पत्र में निश्चित अवधि में खाली पड़े सरकारी पदों को भरने का वादा किया गया है और बिहार में पलायन रोकने के लिए दुरुस्त व्यवस्था करने करने का भी वादा किया गया है।
तेजस्वी ने कहा कि अगर उनकी सरकार में सहभागिता हुई तो बिहार में ताड़ी पीने व बिक्री पर से पाबंदी हटा ली जाएगी और पहले जैसी स्थिति बहाल कर दी जाएगी। राजद के घोषणा पत्र में ‘हर थाली में खाना और हाथ में कलम’ देने की बात कही गई है।
तेजस्वी ने इस चुनाव के लिए जारी कांग्रेस के घोषणापत्र को सही ठहराया। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णो को दिए गए आरक्षण पर कहा कि सामान्य आरक्षण का लाभ सिर्फ अमीरों को मिला, गरीबों को इसका लाभ नहीं मिला।
उन्होंने कांग्रेस की ‘न्याय योजना’ का भी समर्थन करते हुए कहा कि इसका सबसे ज्यादा लाभ बिहार जैसे पिछड़े राज्यों को होगा।